राष्ट्रीय (12/01/2015) 
अस्पताल में हड़ताल हुई हिंसक
- घायल मरीजों को भर्ती न करने के बाद हुआ हंगामा
- गुसाए मरीजों ने की अस्पताल परिसर में तोडफ़ोड़

नई दिल्ली।  बाहरी दिल्ली के रोहिणी सैक्टर-5 स्थित अ बेडकर अस्पताल में जारी डॉक्टरों की हड़ताल ने सोमवार को हिंसक रूप ले लिया। उस समय अस्पताल परिसर का माहौल हिंसक हो गया जब अस्पताल पहुंचे लोगों ने इलाज न होने की वजह से परिसर में जमकर तोड़फोड़ की। हालांकि हड़ताल को खत्म करने की घोषणा कर दी गई है और देर रात 9 बजे तक सभी रेजिडेंट डॉक्टर काम पर लौट आएंगे। मरीजों व उनके तीमारदार यह तोडफ़ोड़ इमरजैंसी विभाग तक ही सीमित नहीं रही ओपीडी विभाग व अन्य विभागों में भी तोडफ़ोड़ की गई। जिससे अस्पताल प्रशासन और वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी सकते में है। मरीजों व उनके तीमारदारों का आरोप था कि अस्पताल के इमरजैंसी विभाग में आने वाले मरीजों को भी वापस भेजा जा रहा था। जबकि कई मरीजों की हालत गंभीर थी, लेकिन डॉक्टर अपनी जिद्द पर अड़े हुए थे जिस कारण मरीज और उनके तीमारदारों को गुस्सा आ गया। 

भर्ती नही किया जा रहा था मरीजों को ---- अस्पताल के ओपीडी विभाग में मरीजों को नहीं देखा जा रहा था। लेकिन इमरजैंसी विभाग में भी गंभीर मरीजों को अस्पताल से लौटाया जा रहा था। ऐसे में अस्पताल में तीन गर्भवती महिलाएं व एक दुर्घटना में घायल चार लोगों को अस्पताल की इमरजैंसी से लौटाया जाने लगा तो मरीजों के साथ आए तीमारदारों को गुस्सा फूट गया। जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में जमकर तोडफ़ोड़ की। तीमारदारों का कहना था कि घायलों में तीन महिलाएं व एक बच्चा था और चारों की हालत गंभीर बनी हुई थी। सिर में चोट लगने से बच्चे का शरीर पैरालाइस्ड हो चुका था। बावजूद इसके डॉक्टर उन्हें इलाज देने के बजाए वापस कर रहे थे।

वहीं अम्बेडकर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जंयत, का कहना है कि अस्पताल में तोडफ़ोड़ का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। हड़ताल रात 9 बजे के बाद से खत्म हो जाएगी। स्वास्थ्य विभाग रेजिडेंट डॉक्टरों की सभी मांगों को मान गया है। जिसके बाद अब बड़े स्तर पर सुधार प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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