राष्ट्रीय (08/01/2015) 
15 लाख के गबन में नौकर गिरफ्तार,14.20 लाख बरामद
थाना गोविन्द पुरी, जिला दक्षिण पूर्व पुलिस ने बजरंग प्रजापति उम्र 38 साल पुत्र उमा राम प्रजापति निवासी गाँव पदिहरा, जिला चुरू, राजस्थान की गिरफ्तारी से 15 लाख रूपए के गबन के मामले को सुलझा लिया है

     आनंद विहार पीतमपुरा, दिल्ली निवासी श्री सुमित गोयल ने बताया कि वह गिरिराज टिम्बर प्राइवेट लिमिटेड के नाम से मुंडका, दिल्ली में कंपनी चलाते हैं दिनांक 21.12.14 को उसने अपने कर्मचारी बजरंग प्रजापति जो उसकी कंपनी में पिछले 2 2 साल से काम कर रहा है, को अपने बिज़नस पार्टनर जो गोविन्द पुरी में रहता है, से 15 लाख रूपए लेने के लिए भेजा था| वह रकम लेने के बाद वापिस नहीं आया और उसका मोबाइल फ़ोन भी बंद मिला| श्री सुमित गोयल के बयानों पर थाना गोविन्द पुरी में केस दर्ज करके तफ्तीश शुरू की गयी|

दौराने तफ्तीश यह पता चला कि बजरंग प्रजापति कंपनी द्वारा दिए हुए एक कमरे में रहता था और उसका परिवार तहसील रतनगढ़, जिला चुरू, राजस्थान में रहता था| उसकी फोटो व पता लेकर काफी दबिश डाली गयी परन्तु वह कहीं नहीं मिला| तकनीकी निगरानी के दौरान पता चला कि वह दो और मोबाइल नंबर इस्तेमाल कर रहा है| उन नंबर्स की CDR निकाली गयी जिससे पता चला कि कुछ नंबर्स द्वारा लोग उसके संपर्क में हैं| उन नंबर्स की जानकारी ली गयी जिसके बाद उसकी तलाश में राजस्थान में कई स्थानों पर दबिश डाली गयी लेकिन वह पहले ही वहां से जा चुका था और उसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं थी| इसी दौरान उसके एक मित्र द्वारा सूचना मिली कि वह पैत्रिक गाँव आएगा जिस पर पुलिस टीम वहां पहुची तो पता चला कि वह पहले ही गाँव से जा चुका है| इसके बाद दूसरी सूचना मिली कि बजरंग प्रजापति दिल्ली पहुँच गया है और ISBT सराये काले खा से बस पकड़कर भागने की फ़िराक में है जिस पर पुलिस टीम तुरंत वहां पहुंची और बजरंग प्रजापति को एक थैले के साथ काबू किया और थैले से 14.20 लाख रुपये बरामद हुए| 

     मामले की संवेदनशीलता और बड़ी रकम को देखते हुए सुनील कुमार थानाध्यक्ष/गोविन्द पुरी की देखरेख में SI परवेश कसाना, HC जयपाल व Ct. मान सिंह को मिलाकर एक जांच टीम तैयार की गयी|

     गहन पूछताछ के दौरान उसने बतलाया कि उसने कुछ समय पहले अपना पैत्रिक मकान बेच दिया था और तहसील रतनगढ़, जिला चुरू, राजस्थान में नया मकान ख़रीदा है जिसके उसको पैसे की जरुरत थी और उसने अपने रिश्तेदारों व दोस्तों से ऊंचे ब्याज पर कर्ज लिया था| इसी दौरान उसकी पत्नी बीमार हो गयी| उधार लिए पैसे वापिस करने व पत्नी के इलाज में हो रहे खर्चे के कारण वह दवाब में आ गया था और बड़ी रकम कमाने का आसान तरीका तलाश कर रहा था| इसी दौरान मालिक के पार्टनर से 15 लाख रुपये लेने के बाद उसने रुपये लेकर भागने की योजना बनायी| जब उसे पता चला कि पुलिस उसका पीछा कर रही है तो वह बार बार अपनी छुपने की जगह बदलता रहा और अंत में पकड़ा गया| बाकी रकम उसने इधर उधर छुपने के दौरान खर्च कर दी|

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