राष्ट्रीय (07/01/2015) 
दिल्ली के लोगों को जहर बेच रही हैं बड़ी बड़ी कंपनियां
देश में हो गया है बड़ी कम्पनिओं का गुंडा राज इन बड़ी कम्पनिओं की गुलाम बन कर रह गयी है दिल्ली की जनता की सुरक्षा करने वाली दिल्ली पुलिस किसी भी अपराध के लिए खाद्य पदार्थ पर इन्हे मामला दर्ज करने में किओ होती है मुश्किल ठाणे की पुलिस को 100 नंबर काल मिलने का बाद भी नही होती एफआईआर दर्ज।
आज दिल्ली के नजफगढ़ ठाणे को एक काल मिली की एक पेप्सी की बोतल में गुटखा का पाउच पाया  गया है लिहाजा पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज किया जबकि मिडिया के पहुचने के बाद पुलिस बोतल को अअपने कब्जे में लेना चाहती थी मगर मजबूरी थी की कैमरे के सामने कम्पनी की गुलामी यानि बोतल को तोड़ नही स्की हमारी टीम ने कैमरा बंद नही किया तो मजबूरन बोतल वापिस कंजूमर को देनी पड़ी मगर मामला दर्ज नही हुआ और ख दिया की आप जो कर सकते कर लीजिये हम कुछ नही करेंगे
मुदई का साफ कहना है की पेप्सी की बोतल हम से जबरन छीन कर नजफगढ़ पुलिस अंदर लेगई और उसे तोड़ कर सबूत नस्ट करने की कोसिस कर कम्पनी की गुलामी करती पोलिसे साफ नजर आरही है की मामला दर्ज करने की बजाए सबूत नस्ट कर मामला रफा दफा करने में लगी है रात 9 -34 बजे जब हमने एसएचओ नजफगढ़ से बात की तो पता चला की उनको इस मामले की कोई जानकारी ही नही है अब क्या कहें इस दिली पुलिस को दिल्ली पुलिस या दलाली पुलिस क्या यह दिल्ली वासिओं की सुरक्षा करेगी जो बोतल तोड़ने को तयार है मगर केस दायर करने में नपुंसक जबकि पुलिस को मामला दर्ज करना चाहिए था और और बाद में कोर्ट किस तरफ इशारा करती है केस बहां सिफत किया जा सकता है
लेकिन देश की सुरक्षा करने वाले पुलिस बड़ी कम्पनिओं से मिल कर रातों रात आमिर और सरीफ और सदैव आपके साथ होने का दवा करती दिल्ली पुलिस को क्या कहेंगे
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