राष्ट्रीय (01/01/2015) 
कंपनी खोलकर की 20 करोड़ की ठगी
नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली के रजौरी गार्डन इलाके में एक कंपनी द्वारा फर्जीवाड़ा करने का मामला प्रकाश में आया है। यह फर्जीवाड़ा एक दम्पति ने एक कंपनी खोलकर किया। आरोप है कि उक्त दम्पति ने करीब बीस करोड़ रूपये की धोखाधड़ी की है। वीरवार को जब लोगों को पता लगा कि अारोपि भागने की फिराक में है तो लोगों ने उनका सामान कब्जाकर पुलिस एक हवाले कर दिया। पुलिस ने सामान को अपने कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं दूसरी और गुस्साए पीडि़तों ने सुबह से ही थाने के बाहर इक्ट्ठा होकर न्याय दिलाने की मांग की है। इन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। यही वजह है कि ठगी का मामला गत कुछ दिन पहले ही दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने आरोपी दंपत्ति को सिर्फ पूछताछ के लिए बुलवाया और फिर उन्हें छोड़ दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रागी लाल ने आरोपी लगाया है कि प्रदीप कुमार शुक्ला और उनकी पत्नी मीनाक्षी शुक्ला ने यहां पर कई फर्जी कंपनी खोली रखी है। जिसमें से एक लक्ष्य कॉआपरेटिव सोसाइटी के नाम पर है। जिसमें उन्होंने अपने रिश्तेदारों और अन्य करीब दस लोगों की मदद से यहां स्थित कई लोगों से बीस करोड़ रुपए की ठगी की है। बताया जाता है कि इन्होंने उक्त संस्थान सहित उपभोक्ताओं को सेल्फ हेल्प ग्रुप संस्था के नाम से लालच दिया था कि यदि आप हर महीने एक हजार से बीस हजार रुपए तक मासिक बीस महीने तक का निवेश करने पर उन्हें बीस माह बाद उक्त रुपए सहित काफी मुनाफा दिया जाएगा। साथ ही अगर आप चाहें तो अपने रुपए बीच में भी ले सकते हैं।  इस बीच इन्होंने बकायदा एक ऑफिस सी-80, जनता लैट , शिवाजी एन्क्लेव में भी खोल रखी थी। जिसमें आरोपी के परिजन भी शामिल हैं। इस कंपनी में प्रागी लाल ने करीब 20 लाख रुपए जमा करवाए। जब रुपए देने का वक्त आया तो आरोपी ने उन्हें एक चैक दिया, जो बोन्स हो गया। इसके बाद ये लोग अपने ऑफिस और मकान को छोड़कर कहीं और रहने लगे। इस बीच कई लोगों ने इसकी शिकायत उक्त थाने में की। जिसमें सभी का मिलाकर बीस करोड़ रुपए की ठगी का आरोप लगाया गया। पुलिस ने मामले में उक्त आरोपी को पूछताछ के लिए थाना भी बुलवाया लेकिन फिर उन्हें छोड़ दिया गया। बताया जाता है कि आरोपी दंपत्ति अपने सामानों के साथ दिल्ली से भागने के फिराक में था। लेकिन इसकी जानकारी पीडि़तों को मिली और उन्होंने सामान जब्त कर वीरवार को पुलिस के हवाले कर दी। फिलहाल पुलिस ममाले की जांच में जुटी है।  
Copyright @ 2019.