राष्ट्रीय (28/12/2014) 
बाप ने नवजात का शव पार्क में फेंका
- शव के अंतिम संस्कार के लिए नही थे बाप पर पैसे
- शव के हाथ में बंधे रिबन की वजह से हो सकी उसकी पहचान

नई दिल्ली। दरियागंज इलाके में शनिवार सुबह पार्क में एक नवजात का शव मिलने से इलाके में सनसनी फ़ैल गयी थी। मामले की जानकारी पुलिस को दी गयी पुलिस ने शव के  बंधे रिबन के आधार पर एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती उसकी मां के पास पहुंच गई। तब पता लगा कि गरीबी की वजह से बच्चे के अंतिम संस्कार का इंतजाम न कर पाने पर मजबूर पिता ने नवजात के शव को दिल्ली गेट के पास एक पार्क में लावारिस फेंक दिया था।  फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक पीडि़त लाखन सिंह (45) अपनी पत्नी नीतू (37) और दो बच्चों के साथ किराए केे मकान में मंडावली इलाके में रहता है। लाखन मजदूरी करता है। लाखन की पत्नी तीसरे बच्चे की मां बनने वाली थी। 21 दिसंबर को तबीयत खराब होने के बाद नीतू को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उसकी हालत गंभीर होने पर उसे 25 दिसंबर को एलएनजेपी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था। यहां पता चला कि गर्भ में बच्चे की मौत हो चुकी है। शुक्रवार देर रात करीब 12 बजे डॉक्टरों ने मरे हुए बच्चे की डिलीवरी कराकर नवजात का शव लाखन को थमा दिया, देर रात को लाखन शव को लेकर अस्पताल से बाहर निकला और अस्पताल के सामने एक पार्क में शव फेंककर अस्पताल पहुंच गया। इधर तड़के लोगों ने पार्क में नवजात का शव देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस हाथ में बंधे रिबन पर बेबी ऑफ नीतू लिखा देखकर अस्पताल में संपर्क किया और वह नीतू तक पहुंच गई। अस्पताल में जब पुलिस ने लाखन से पूछताछ की तो उसने बताया कि गरीबी की वजह से उसके पास बच्चे का अंमित संस्कार के लिए भी रुपये नहीं थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भेज दिया है।
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