राष्ट्रीय (09/12/2014) 
शकूरपुर में कराई गयीं पांच महिला बंधक मुक्त
- नौकरी का झांसा देकर बनाया था बंधक
- बचपन बचाओ,पुलिस और श्रम विभाग ने चलाया था संयुक्त अभियान

नई दिल्ली।  बाहरी दिल्ली के शकूरपुर इलाके में महिलाओं को बंधक बनाने का मामला प्रकाश में आया है। यह महिला प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा महीनों से बंधक बनाकर रखी गईं इन पांच महिला श्रमिकों को उत्तर पश्चिम जिला प्रशासन ने मुक्त कराया है। मुक्त कराई गई श्रमिक मूल रूप से पश्चिम बंगाल के अलग-अलग स्थानों की रहने वाली हैं, जिनकी उम्र 19 वर्ष से लेकर 60 साल के बीच है। पुलिस प्लेसमेंट एजेंसी के मालिक को गिरफ्तार कर मामले की जांच कर रही है। उत्तर पश्चिम जिले के जिलाधिकारी उदित प्रकाश राय ने बताया कि बचपन बचाओ आंदोलन ने सूचना दी थी कि शकूरपुर ई ब्लाक एसके इंटरप्राइजेज नामक प्लेसमेंट एजेंसी के मालिक संतोष ने कुछ महिलाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर महीनों से बंधक बना रखा है। महिलाओं को उनके घर नहीं जाने दिया जा रहा है, महिलाएं जब विरोध करती हैं तो उन्हें तरह-तरह की प्रताड़ना भी दी जाती है। सूचना के आधार पर रोहिणी के एसडीएम मनोज शर्मा की देखरेख में कार्यपालक दंडाधिकारी व तहसीलदार सरस्वती विहार प्रदीप कुमार प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई, जिसमें सुभाष प्लेस थाने के एसएचओ के अलावा बचपन बचाओ आंदोलन के रिजवान, दिलशाद, स्वाति झा, संजय, व श्रम विभाग के निरीक्षक हरीश कुमार आदि को शामिल किया गया। इस टीम ने मंगलवार को उक्त प्लेसमेंट एजेंसी के दफ्तर में छापेमारी कर पांच महिला श्रमिकों को मुक्त करा लिया। मौके से प्लेसमेंट एजेंसी के मालिक को भी दबोच लिया। मुक्त कराई गई महिलाओं को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पुलिस उनके बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई करने में जुटी है।

रविन्द्र कुमार कि रिपोर्ट
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