राष्ट्रीय (09/12/2014) 
भारत में दो तिहाई प्रबंधक मानते हैं कि कंपनियां मौजूदा भ्रष्टाचार विरोधी नियमों से पर्याप्त रूप से अवगत नहीं हैं

नई दिल्ली, 9 दिसंबर 2014: एलायंस फॉर इंटेग्रिटी ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सहयोग से भारत में भ्रष्टाचार विषय पर एक व्यापक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया है। भारत में काम रही कंपनियों के 75 वरिष्ठ प्रबंधकों ने इस सवाल पर काफी हद तक अप्रत्याशित जवाब दिया कि वे भ्रष्टाचार के मुद्दे से कैसे निबटेंगे।

इस सर्वेक्षण का एक महत्वपूर्ण निष्कर्ष यह है कि भारत में वरिष्ठ प्रबंधक मानते हैं कि भारत में काम कर रही कंपनियों को भ्रष्टाचार नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। इस सर्वेक्षण में शामिल 80 प्रतिशत प्रबंधक मानते हैं कि भ्रष्टाचार विरोधी कार्यक्रमों के अभाव में कंपनियों के लिये आर्थिक नुकसान होने का खतरा होगा। अन्य 69 प्रतिशत प्रबंधक भी इससे सहमत हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में काम करी रही कंपनियां मौजूदा भ्रष्टाचार विरोधी नियमों से पर्याप्त रूप से अवगत नहीं हैं।

एलायंस फॉर इंटेग्रिटी के लिये प्रभारी जीआईजेड में परियोजना प्रबंधक नूर नक्शबंदी कहते हैं कि हम खुद इस सर्वे के इस विशेष निष्कर्ष से हैरान हैं। वह कहते हैं, इस सर्वे से पता चलता है कि अक्सर एक सिक्के के दोनों तरफ संभावनायें एवं जोखिम होते हैं। वह कहते हैं, एक तरफ, भारत में वरिष्ठ प्रबंधक कहते हैं कि सरकार के साथ डील करने के मामले में भ्रष्टाचार का खतरा बढ़ जाता है जबकि साथ ही साथ वे सरकार को समस्याओं का समाधान खोजने की प्रक्रिया का एक निर्णायक भागीदार मानते हैं।

एलायंस फॉर इंटेग्रिटी जर्मनी के आर्थिक सहयोग और विकास (बीएमजेड) संघीय मंत्रालय की ओर से वित्त पोषित एवं स्थापित है तथा इसे फेडरेशन ऑफ जर्मन इंडस्ट्रिज (बीडीआई) तथा जर्मन ग्लोबल काम्पैक्ट नेटवर्क (डीजीसीएन) के सहयोग से ड्यूश जेसेलशाफ्ट फॉर इंटरनेशनेल जुसामेनार्बेट (जीआईजेड) द्वारा कार्यान्वित किया जाता है।

सर्वेक्षण के बारे में:

भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और जर्मन इंडस्ट्रीज फेडरेशन (बीडीआई) के साथ सहयोग से एलायंस फॉर इंटेग्रिटी ने सितंबर और अक्टूबर 2014 के बीच एक सर्वेक्षण किया। यह सर्वेक्षण भारत में काम कर रही कंपनियों के वरिष्ठ प्रबंधकों के बीच किया गया जिन्हें भ्रष्टाचार विरोधी नियमों के अनुपालन से संबंधित अनुभव थे। इस सर्वेक्षण तथा नवंबर 2014 में दिल्ली और मुंबई में हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के आधार पर भ्रष्टाचार के जोखिमों को कम करने के लिये संभावनाओं तथा चुनौतियों की पहचान की गयी और उन्हें रेखांकित किया गया।

एलायंस फॉर इंटेग्रिटी के बारे में:

एलायंस फॉर इंटेग्रिटी (एएफएलएन) बहुराष्ट्रीय कंपनियों, सिविल सोसायटी, राजनीतिक संगठनों तथा अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के बीच व्यवसाय संचालित बहु हितधारक पहल है। इसका उद्देश्य कंपनियों, उनके व्यापारिक सहयोगियों तथा आर्थिक प्रणाली में अन्य प्रासंगिक कारकों के बीच ईमानदारी को बढ़ावा देना है। यह सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बीच संवाद को बढ़ावा देकर बेहतर ढाचागत स्थितियों के लिये सहयोग देता है।

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