राष्ट्रीय (25/11/2014) 
देश में अभी तक इबोला रोग के संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया
देश में अभी तक इबोला रोग के संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है। सरकार ने इबोला के संक्रमण के किसी भी मामले का पता लगने पर भारत में प्रवेश को रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय किये हैं।

इबोला प्रभावित देशों से भारत आ रहे यात्रियों की अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर पूरी जांच की जाती हैं। एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम आईएसडीपी के अन्तर्रगत ऐसे प्रभावित देशों से आने वाले अथवा किसी संदिग्ध पीड़ित के सम्पर्क में आए अथवा इबोला के पुष्टि वाले मामलों में पूरी जांच और निगरानी की जाती है। दो प्रयोगशालाएं जैसे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी, पूणे और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कन्ट्रोल, दिल्ली अत्यधिक जोखिम यात्रियों के नमूनों की जांच कर रही है।

राज्य सरकारों ने ऐसे संदिग्ध मरीजों को अलग थलग रखने के लिए विशेष सुविधाओं युक्त मैडिकल केंद्रो की पहचान की है। सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को इस काम में लगे चिकित्साकर्मियों के लिए निजी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करा दिये हैं।

इबोला रोग के संक्रमण का पता प्रयोगशालाओँ में किये जाने वाले परीक्षणों रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेज पॉलीमरेज चेन रिएक्शन और एंजाइम लिंक्ड इम्युनों सौरबैंट ऐस्से (एलिजा) की मदद से लगाया जाता हैं।

स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने आज राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
Copyright @ 2019.