विशेष (12/02/2024) 
श्री देवकीनंदन ठाकुर ने कहा हमारी तरफ से पूर्ण समर्थन अयोध्या के बाद अब मथुरा में धर्म की लड़ाई लड़ने को तैयार।
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हो चुकी है। जिसे लेकर संपूर्ण हिंदू समाज और सनातन धर्म में खुशी की लहर है। वही बीजेपी ने सनातनियों को खुश होने का एक और मौका दे दिया है। बीजेपी ने अब श्री कृष्ण जन्मभूमि पर भी जल्द मंदिर का निर्माण करने का फैसला ले लिया। महाराज श्री देवकीनंदन ठाकुर ने भी भारतीय जनता पार्टी के इस फैसले का पूर्ण समर्थन किया है। जिसके बाद बहुत से संतों ने भी इस फैसले का खुलकर समर्थन किया है।

जब से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ है तभी से महाराज श्री देवकीनंदन ठाकुर ने श्री कृष्ण जन्मभूमि पर भी मंदिर के निर्माण को लेकर आवाज उठाते रहें है। और कहा है कि हमें मिलकर भगवान कृष्ण को भी काल कोठरी से आजाद कराना होगा और 2024 में यहीं हमारा लक्ष्य होगा और अब जब बीजेपी ने श्री कृष्ण जन्मभूमि पर भी जल्दी मंदिर का निर्माण करने का फैसला ले लिया तो महाराज जी ने मीडिया के सामने अपनी खुशी का इज़हार किया है।     

महाराज श्री देवकीनंदन ठाकुर ने News Watch India से अपनी खास बातचीत में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि "जो लोग राम मंदिर के मुद्दे को लेकर संत महात्माओं को भी टारगेट कर रहे हैं, उन्हें ये बताना चाहता हूं कि बीजेपी ने हमें राम मंदिर दिया है। इसलिए हम बीजेपी का साथ दे रहे हैं और उनका इतना पक्ष ले रहे हैं।”

जब रिपोर्टर ने उनसे पूछा कि मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में जाने का मन बना लिया है तो जवाब देते हुए महाराज जी ने कहा "वो चाहे कुछ भी करले कोर्ट उनके लिए भी है और कोर्ट हमारे लिए भी है,  हम उन्हें कोर्ट जाने से नहीं रोक सकते लेकिन हम अपने पक्ष में इतने मजबूत सबूत पेश करेंगे कि फैसला हमारे पक्ष में आने से कोई नहीं रोक पाएगा।'' साथ ही महाराज जी ने ये भी कहा कि ''हम अपनी तरफ से पूरा प्रयास करें कि जिस तरह से श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण हुआ वैसे ही श्री कृष्ण जन्मभूमि पर भी जल्दी ही मंदिर का निर्माण हो"

जब महाराज जी से पूछा गया कि Opposition का मानना है की आप भाजपा के प्रवक्ता हैं तो महाराज जी ने उत्तर देते हुए कहा कि "हम आपको मौका देते हैं भाजपा ने हमें राम मंदिर बना के दिया आप हमें कृष्ण मंदिर बना कर दीजिए हम आपके प्रवक्ता बनने को तैयार हैं।" साथ में उन्होंने यह भी कहा कि हम उनकी बात करेंगे जो हमारे धर्म को बचाएगा, जो मिटाएगा हम उनकी बात कभी नहीं कर सकते हैं"।

बातचीत में महाराज जी ने बताया कि "18 फरवरी से लेकर 25 फरवरी तक एक विशाल आयोजन किया जाने वाला है,  जिसका मकसद श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति होगी और 25 तारीख को सनातन संत संसद होगी जिसमें आगे की नीति पर विचार किया जाएगा।
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