खेल (10/04/2023) 
केकेआर के स्पिनर सुयश शर्मा की संघर्ष गाथा
IPL 2023:  पूर्वी दिल्ली के मध्यम वर्ग भजनपुरा इलाके के 19 साल के  सुयश शर्मा की संघर्ष गाथा वरुण चक्रवर्ती और सुनील नरेन के रूप में पहले से ही मिस्ट्री स्पिनर्स वाला कोलकाता नाइट राइडर्स का स्पिन गेंदबाजी विभाग सुयश शर्मा की एंट्री के बाद और ज्यादा समृद्ध हो गया।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ बीती रात जीत में प्रभावित करने वाले कोलकाता नाइट राइडर्स के ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ सुयश शर्मा का क्रिकेट के भ्रष्ट माहौल में कोई ‘गॉडफादर’ नहीं है और दिल्ली के मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले इस लेग स्पिनर ने अब तक अपनी काबिलियत के बूते सफलता हासिल की है।
पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा इलाके के 19 साल के सुयश ने कोलकाता की टीम की ओर से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में पदार्पण करते हुए 30 रन देकर तीन विकेट झटके। उनकी मदद से केकेआर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 81 रन से हराने में कामयाब रही।
मध्यम वर्ग के परिवार की अपनी ही समस्याएं होती हैं और फिर उनके पिता भी कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं, लेकिन उन्होंने ‘गॉडफादर’ के नहीं होने, तमाम परेशानियों और तनाव के बावजूद क्रिकेट की चुनौतियों से निपटना जारी रखा।
सुयश ने बीती रात आईपीएल मैच में अपनी लेग ब्रेक और गुगली से रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के दो विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक और अनुज रावत के अलावा आल राउंडर कर्ण शर्मा के विकेट झटके। दाएं हाथ के लेग स्पिनर सुयश शर्मा ने क्रिकेट करियर की शुरुआत दिल्ली में क्लब मैच खेलकर की थी। ट्रायल्स में प्रभावित होने के बाद चंद्रकांत पंडित की केकेआर टीम ने इस युवा खिलाड़ी की तलाश की और उन्हें आईपीएल 2023 के लिए अनुबंध सौंपा।

दिल्ली के कोच रणधीर सिंह ने पीटीआई से कहा, ‘सुयश के लिए यह यात्रा आसान नहीं रही है। वह दिल्ली के पूर्व स्पिनर सुरेश बत्रा का शिष्य था और उनके क्लब के लिए खेलता था। कोविड-19 के कारण हमने सुरेश जी को गंवा दिया और फिर वह (सुयश) मेरे पास आया, क्योंकि वह मैच अभ्यास चाहता था। मैंने डीडीसीए (दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ) लीग में अपने मद्रास क्लब और ओपन टूर्नामेंट में ‘रन-स्टार’ क्लब में खेलने का मौका दिया।’
पिछला एक साल सुयश के लिए काफी परेशानी भरा रहा, क्योंकि वह संपन्न परिवार से नहीं है। रणधीर सिंह ने कहा, ‘उसके पिता को कैंसर होने का पता चला। लेकिन मुझे लगता है कि वह हमेशा दिल्ली के पूर्व स्पिनर और मुंबई इंडियंस के मौजूदा मैनेजर (टैलेंट स्काउट) राहुल सिंघवी का कर्जदार रहेगा जिन्होंने उसके पिता के उपचार में उसकी काफी मदद की।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने उसे कहा कि अगर उसे कोई मदद की जरूरत है तो हम एम्स में भी उन्हें दिखा सकते हैं, लेकिन राहुल की बदौलत उसके पिता का इलाज मुंबई में किया गया। वह भी मुंबई इंडियंस के ट्रायल्स में शामिल हुआ।’
कोलकाता, चेन्नई या मुंबई की तरह दिल्ली का क्लब क्रिकेट इतना लुभावना नहीं है, क्योंकि कोई भी क्लब खिलाड़ी को कोई भुगतान नहीं करता है और यहां कोई आधिकारिक अनुबंध भी नहीं कराया जाता।
रणधीर सिंह ने कहा, ‘हमने सुयश को कुछ भी भुगतान नहीं किया है, क्योंकि दिल्ली क्लब क्रिकेट में किसी को एक भी पैसा नहीं दिया जाता। अगर आप पेशेवर हो, भारत के लिए खेल रहे हो और खेलने के लिए अनुरोध किया गया है तो ही खिलाड़ी को कुछ वित्तीय लाभ होता है।’

दिल्ली से संदीप शर्मा की रिपोर्ट
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