विशेष (20/03/2023) 
OTT प्लेटफार्म में अश्लील कंटेंट परोसने, सनातन और धर्म के विरुद्ध प्रोपेगेंडा चलाने वालों को शंकराचार्य की चेतावनी। केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के कदम की शंकराचार्य ने की सराहना।
परमाराध्य पूज्यपाद अनंत श्रीविभूषित उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामीश्री 1008 अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज को जानकार बहुत खुशी हुई कि केन्द्र सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर जी ने देश के नागरिकों की भावनों और देश की सांस्कृतिक विरासत को ध्यान में रखते हुए OTT प्लेटफार्म पर परोसी जा रही अश्लिलता और अभद्र भाषा के प्रयोग की ना सिर्फ निन्दा की है बल्कि सख्त कार्यवाही की चेतावनी दी है। इसके लिए ज्योतिष्पीठ शंकराचार्य मठ देश और देश के सभी नागरिकों की तरफ से केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को बधाई देता है। 

शंकराचार्य जी महाराज स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी का, केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से यह भी कहना है कि OTT प्लेटफार्म पर सनातन धर्म के खिलाफ जो प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है उस पर भी सख्त कार्यवाही के ना सिर्फ निर्देश दिए जाऐं बल्कि ऐसे कोई भी विडियो, सीरिज़, फिल्म अगर इन ओटीटी प्लेटफार्म पर मौजूद हैं तो उन्हें तत्काल प्रभाव से इन OTT प्लेटफार्म से हटाने के आदेश जारी किए जाऐं। ताकि सही मायनों में देश की सांस्कृतिक विरासत की रक्षा हो सके और सनातन धर्म के विरुद्ध चल रहे प्रोपेगेंडा पर चोट की जा सके। नहीं तो एक दिन ऐसा आएगा कि देश में ना सनातन होगा, और ना ही भारतीय संस्कृति। 

उदाहरण के तौर पर आश्रम जैसी सीरिज़, सनातन धर्म को बदनाम करने की साजिश है। क्यूं नहीं अभी तक OTT प्लेटफार्म पर किसी अन्य धर्म के धर्म गुरुओं पर ऐसी फिल्मों को नहीं दिखलाया गया ? अपवाद सभी जगह हैं, परिवार में भी दो भाईयों का व्यक्तित्व अलग अलग होता है। एक सौम्य प्रवृति का हो सकता है तो दूसरा राक्षसी। 

हम सभी जानते हैं कि आज OTT प्लेटफार्म का लगातार क्रेज बढ़ रहा है और OTT प्लेटफार्म पर 80 फिसदी से ज्यादा दर्शक युवा हैं जिनकी आयु करीब 18 साल से 45 साल की है। और नई पीढ़ी सिधेतौर पर OTT प्लेटफार्म पर आ रही है। यानि की देश का प्रत्येक युवा OTT प्लेटफार्म पर होगा। और हम सभी ये जानते हैं कि फिल्मों और सीरियल का मानव जीवन में एक अहम महत्व है। फिल्मों में दिखाई जाने वाला प्रत्येक दृश्य मानव जीवन को सीधे तौर पर प्रभावित करता है और दृश्कों के मन-मस्तिष्क पर गहरी छाप छोड़ता है। जिसका असर जीवन पर दिखाई देता है। 

कई बार तो फिल्मों का प्रभाव कई कई सालों तक दृश्क के दिमाग पर रहता है। आए दिन हम देखते हैं कि नई युवा पीढ़ी क्राइम के नए नए तरीके फिल्में देख कर और सीरियल देख कर ना सिर्फ सिखते हैं उसे अपने जीवन में उतार लेते हैं जिससे ना सिर्फ किसी युवा का पतन होता है बल्कि उसके परिवार, कुल का भी विनाश हो जाता है। यही नहीं समाज इससे बहुत प्रभावित होता है। 

शंकराचार्य जी महाराज स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी ने केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के कदम को सराहनीय बताया है लेकिन साथ ही शंकराचार्य जी का मानना है कि कदम को और ताकत देने की आवश्यकता है। OTT प्लेटफार्म के लिए जल्द ही गाईडलाइन भी जारी हों और धर्म, संस्कृति की रक्षा के लिए ज्योतिष्मठ के अन्तर्गत काम कर रहा धर्म सेंसर बोर्ड ये मांग भी करता है कि इन्हें केवल OTT प्लेटफार्म तक ही सीमित नहीं किया जाए बल्कि फिल्मों, और सीरियल्स पर भी लागू किया जाए। 

शंकराचार्य जी ने फिल्मों, टेलीवजन और OTT प्लेटफार्म में अश्लील कंटेंट परोसने और धर्म विरोधी प्रोपेगेंडा चलाने वालों पर पहले ही नाराज हैं, जिसकी वजह से शंकराचार्य जी द्वारा धर्म सेंसर बोर्ड का निर्माण किया गया। 

उन्होंने कहा कि OTT प्लेटफार्म में क्रिएटिविटी के नाम पर गाली-गलौज, अश्लिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।  OTT प्लेटफॉर्म पर गाली-गलौज और अश्लील कंटेंट लगातार परोसे जा रहे हैं यही नहीं भारतीय संस्कृति को धूमिल करने के लिए सनातन विरोधी कंटेंट की जैसे होड़ लग गई है जिससे भारतीय युवा पीढ़ी खतरे में हैं। और इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

शंकराचार्य जी ने कहा कि टेक्नॉलाजी व जरूरत के हिसाब से हर बच्चें के हाथों में मोबाईल हैं। बच्चा कब क्या देख रहा हैं इस पर हमेशा माँ-बाप नजर नहीं रख सकता हैं। सरकार को इसे लेकर गंभीर रुख अपनाना चाहिए। 

शंकराचार्य जी ने भी सख्त रुख रखते हुए कहा कि कोई क्रिएटिविटी के नाम पर नियमों का पालन नहीं करेगा, तो उस पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि गाली-गलौज और असभ्यता को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। चूंकि इस की जिम्मेदारी सरकार है लेकिन अगर कोई भी ओटीटी प्लेटफार्म सनातन विरोधी प्रोपेगेंडा चलाने की कोशिश करेगा तो धर्म सेंसर बोर्ड उस के खिलाफ हर जरुरी कोशिश को करेगा ।
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