विशेष (15/02/2023) 
उदिशा’ संस्था द्वारा बच्चों के खिलाफ दुर्व्यवहार की रोकथाम पर जागरूकता अभियान का आयोजन
स्वयंसेवी ‘उदिशा’, जो पिछले 25 वर्षों से शिक्षा, रोजगार, सतत विकास और महिला एवं बाल विकास के लिए काम कर रही है, ने लाल बहादुर शास्त्री सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-3 आर.के. पुरम, नई दिल्ली में ‘बच्चों के खिलाफ यौन हिंसा की रोकथाम’ पर जागरूकता अभियान का आयोजन किया। ‘उदिशा’ द्वारा वोमेंस वर्ल्ड समिट फाउंडेशन (डब्ल्यू डब्ल्यू एस एफ)/ जिनेवा के अंतर्राष्ट्रीय अभियान में सहयोगी संस्था के रूप में गत 18 वर्षों से हर वर्ष इस तरह के अभियान का आयोजन किया जा रहा है।
 
इस वर्ष, अभियान में बाल शोषण के विरुद्ध जागरूकता अभियान के साथ-साथ एक पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गयी। जागरूकता अभियान दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग से आयोजित किया गया था। सुशांत चंगोत्रा, अतिरिक्त जिला न्यायाधीश/ प्राधिकरण के विशेष सचिव, ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। हर्षिता मिश्रा, मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट/ प्राधिकरण की सचिव (लिटिगेशन) इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि थीं।
अतिरिक्त जिला न्यायाधीश  चंगोत्रा ​​ने अपने सम्बोधन में पॉक्सो ऐक्ट के कानूनी प्रावधानों पर प्रकाश डाला और प्रतिभागियों को यौन शोषण से सुरक्षा के बारे में जागरूक किया। उन्होंने अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श और सुरक्षित और असुरक्षित स्पर्श का उदाहरण देते हुए छात्रों की काउंसलिंग की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रत्येक व्यक्ति का शरीर उनका अपना है और कोई भी उन्हें अनुचित तरीके से छू  भी नहीं सकता है। उन्होंने बच्चों को समझाया कि अगर कोई किसी अन्य व्यक्ति के स्पर्श से असहज या असहज महसूस करता है तो यह निश्चित रूप से एक बुरा या असुरक्षित स्पर्श है और इसका विरोध किया जाना चाहिए। यदि किसी के साथ कोई दुर्व्यवहार होता है तो उसे अपने माता-पिता, दोस्तों या उस व्यक्ति जिस पर वह भरोसा कर सकता है या अपने करीब समझता है, उससे खुलकर बात करनी चाहिए।  सुशांत चंगोत्रा ​​और हर्षिता मिश्रा मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने  स्कूली छात्रों के साथ चर्चा भी की, जिसमें उन्होंने स्कूली बच्चों द्वारा उठाए गए 15-20 प्रश्नों का जवाब दिया।
 
जागरूकता अभियान में लगभग 300 छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने भाग लिया और लगभग 250 छात्रों ने पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लिया। पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को मेधावी प्रमाण पत्र और ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। सभी प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम सक्रिय भाग लेकर सामाजिक अपराध के बारे में उनकी संवेदनशीलता व्यक्त करने के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।
 
‘उदिशा’ के संस्थापक अध्यक्ष राकेश गौड़ ने अपने धन्यवाद  ज्ञापन में ‘उदिशा’ की गतिविधियों के बारे में भी संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होंने उल्लेख किया कि ‘उदिशा’ पिछले 18 वर्षों से डब्ल्यू डब्ल्यू एस एफ/जेनेवा के गठबंधन सहयोगी के रूप में इस तरह के अभियानों का आयोजन कर रही है। पिछले कुछ वर्षों में, ‘उदिशा’ ने दिल्ली,हरियाणा,उत्तर प्रदेश, हिमाचल और संघ शासित प्रदेश दमण,दीव और दादरा नगर हवेली  में 30 हजार से अधिक बच्चों,शिक्षकों और अभिभावकों तक बाल अधिकार और बाल शोषण की रोकथाम के बारे में जागरूकता पैदा करने में सफलता प्राप्त की है। ‘उदिशा’ को दुनिया भर में 400 से सहयोगी संगठनों में से बच्चों और युवाओं के खिलाफ हिंसा और दुर्व्यवहार की रोकथाम में अभिनव प्रयोग के लिए डब्ल्यू डब्ल्यू एस एफ द्वारा वर्ष 2010 के अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
 
लाल बहादुर शास्त्री स्कूल की प्रबंध समिति के अध्यक्ष, प्रो अरुण कुमार, प्रबंधक इंदु शेखर और सदस्य सुभाष चंद्र भी कार्यक्रम में शामिल हुए। स्कूल की प्रिंसिपल सुनीता डोगरा के सक्षम मार्गदर्शन में स्कूल के शिक्षकों और कर्मचारियों ने कार्यक्रम का सफल संयोजन किया।
दिल्ली से ब्यूरो चीफ विजय गौड़ की विशेष रिपोर्ट 
 

Copyright @ 2019.