स्वास्थ्य (31/12/2022) 
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद द्वारा रीढ़ की हड्डी एवं जोड - दर्द समस्याओं पर वेबीनार आयोजित
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद , दिल्ली ने वेबीनार के माध्यम से विश्व विख्यात स्पाईन एन्ड पेन स्पैशलिस्ट डा. नीरज जैन द्वारा रीढ की हड्डी, घुटनों व जोड़ों के दर्द, सर्वाइकल व सायटिका आदि की समस्याओं एवं बचाव, उपचार के बारे जागरूकता अभियान चलाया गया जिसमें दिल्ली से बाहर कोलकाता, जोधपुर, गोरखपुर, अम्बाला, मेरठ, फरीदाबाद से पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवार जनों ने डा. नीरज जैन द्वारा दी गई बेहतरीन जानकारी से अपने आप को लाभान्वित किया। डा. जैन ने रीढ़ की हड्डियों, सर्वाइकल, कमर दर्द ,पैरों की नसों में खिंचाव से दर्द आदि की समस्याओं के कारण, सावधानियां, बचाव व उपचार के बारे में विस्तार से बताते हुए अमूल्य सलाह दी कि हमें अपने बैठने, उठने, कम्प्यूटर, मोबाइल फोन पर कार्य करते समय हमेशा केवल सिटिंग पोश्चर का ध्यान देना चाहिए और सर्जरी से बचने की कोशिस करनी चाहिए । उन्होंने बचाव, मैनेजमेंट व चिकित्सा पर क्रमशः ध्यान देने पर बल दिया । उन्होंने बताया कि इस प्रकार की समस्याये पहले बुर्जुगों को समस्याएं थीं लेकिन अब ये समस्याएं युवा पीढ़ी को ज्यादा होने लगी हैं जिसका मुख्य कारण है गलत तरीके से बैठकर, लेटकर लेपटॉप, कम्प्यूटर व मोबाइल फोन पर लगातार घंटों काम करते रहना । उन्होंने बताया कि हमें अपना पोश्चर कभी भी C आकार का नहीं होने देना चाहिये । उन्होंने ओस्टियोपारोसिस को भी जानकारी देते हुए बताया की यह एक बढ़ती उम्र के लोगों की समस्या है और उन्हें हड्डियों कों मजबूत करने के लिए धूप सेवन व डा. की सलाह से दवाई लेनी चाहिए ।
डा. जैन ने कमर के निचले हिस्से में गम्भीर दर्द में निम्न बातों को खतरे की घंटी बताया : 
1. ज्वर तथा वजन में कमी
2. गम्भीर व अत्यन्त दर्द जो कन्ट्रोल न हो रहा हो या एक महीने से ज्यादा लगातार हो रहा हो ।
3. नोकचरनल पेन ( कूल्हे व घुटनों का दर्द जो ओस्टियोअर्थराईटिज मरीजों में बढ़ता रहता है।
4.40 वर्ष से कम आयु में प्रातः कालीन उठने में कमर में तनाव व दर्द ।
5. दिमागी चोट, रीढ़ की चोट, मसल्स और नसों की चोट के कारण असामान्य व्यवहार ।
डा. जैन ने दर्शकों व पीडितों की समस्याओं को ध्यान से सुना व उनको संतोष जनक उत्तर भी दिया व उनका मगिदर्शन भी बखूबी किया । डा. जैन ने पूर्व सैनिक भाईयों को उनकी सेवाओं का सम्मान करते हुए आश्वासन भी दिया कि जो फौजी मित्र इस पूर्व सैनिक परिषद के माध्यम से उनके पास उपचार के लिए आएंगे, वे उनसे अपनी कन्सलटेशन फीस नहीं लेंगे जिसका पूर्व सैनिक परिषद ने जोरदार स्वागत करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया । उन्होंने यह भी कहा कि सैनिक और डाक्टर की डयूटी में समानता है क्योंकि सैनिक बॉर्डर पर सेवा करते हैं और डा० बॉडी (शरीर) की सेवा करते हैं।
इस वेबीनार मीटिंग की अध्यक्षता पूर्व सैनिक परिषद के अध्यक्ष कर्नल देवेन्द्र सहरावत ने की और संचालन महासचिव सार्जेन्ट राजेन्द्र सिंह ने किया । दिल्ली से वेटरन अजयकुमार, प्रेम डबास, डी एन शर्मा, महेन्द्र त्यागी, धर्मपाल, सियानन्द तंवर, शर्मा जी के अलावा कोलकाता से राजेश कुमार, एम घोष, जोधपुर से एन एस जोधा, गोरखपुर से कर्नल रामासरे मिश्रा, अम्बाला से कर्नल हिम्मत सिंह कौशल, फरीदाबाद से सुखबीर सिंह जी, रंजीत जी , आशा जी आदि ने प्रोग्राम में भाग  लेकर सफलता दिलाई  । अध्यक्ष महोदय के धन्यवाद प्रस्ताव के बाद राष्टीय गान जन गण मन ... के साथ प्रोग्राम खुशनुमा वातावरण में समाप्त हुआ ।
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