लालच में अपने खून को ही डाला खतरे में एक मॉ ने इंदौर । मां-बेटे के रिश्ते को सबसे भरोसेमंद रिश्ता माना जाता है। लेकिन तब क्या हो जब कोई मां किसी बहकावे में आकर एक छिपे खजाने को पाने के लिए अपने मासूम बच्चे की बलि देने को तैयार हो जाए। इंदौर की एक घटना में ऐसा ही कुछ सामने आया है। एक छह साल के बच्चे की मां ने घर में छिपे किसी 'खजाने' को पाने की लालसा में दो बार अपने बेटे की जान को खतरे में डाला। बताया जाता है कि महिला के मन में उसके मायके वालों ने भरा कि
उसके घर में कोई खजाना गड़ा हुआ है जिसके लिए एक बच्चे के खून की जरूरत पड़ेगी।
महिला लालच में आकर अपने ही बच्चे का खून देने के लिए तैयार हो गई। मामला तब सामने
आया जब महिला और उसके मायके वालों ने खजाने के लिए दूसरी बार बच्चे का खून निकालने
की कोशिश की। इस घटना के बाद बच्चे के पिता ने मजिस्ट्रेट का दरवाजा खटखटाया है।
सपना गोम छह साल के बच्चे हिमांशु की मां हैं। सपना के मायके
वालों ने उसके मन में बिठा दिया कि उनके घर में एक खजाना छिपा हुआ है लेकिन उसके
लिए एक बच्चे के खून की जरूरत पड़ेगी। पहली बार ये घटना मई 2014 में हुई। उस समय
बच्चे (हिमांशु) के ननिहाल से उसकी नानी, सावित्री, नाना कैलाश, मामा मयंक और मौसी
पूजा घर आए थे। इन लोगों ने मिलकर बच्चे की मां को खजाने का भरोसा दिलाया जिसे
पाने के लिए बच्चे की मां अपने ही बच्चे का खून देने को तैयार हो गई। |