राष्ट्रीय (10/07/2015) 
युवा वर्ग को संस्कृति से जोड़ने के लिए चलाया अभियान
घरौंडा - जनसंपर्क विभाग के सांस्कृतिक कार्यकर्मो का घरौंडा से हुआ आगाज, विधायक हरविंदर कल्याण ने दीप जलाकर किया समारोह का उदघाटन, हरियाणवी संस्कृति व वाध्य यंत्रो को सहेजना तथा सामाजिक बुराइयों को दूर करना कार्यक्रम का उदेश्य . कन्या भूर्ण हत्या व बेटियों की दुर्दशा पर नाटक के माध्यम से किया गया कटाक्ष ,
युवा वर्ग हरियाणवी संस्कृति से दूर हो रहा है ऐसे में प्रदेश सरकार ने एक ख़ास अभियान के तहत युवावर्ग को राज्य की संस्कृति से जोड़ने का प्रयास शुरू किया है, इस अभियान के तहत लोकसंपर्क विभाग की और से खंड स्तर , तहसील स्तर , जिला स्तर व राज्य स्तर पर सांस्कृतिक कार्यकर्मो का आयोजन किया जायेगा, युवाओं को हरियाणवी संस्कृति से जोड़ने के साथ साथ इस कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य समाज में फैली नशाखोरी , कन्या भूर्ण हत्या जैसी बुराइयों के प्रति जागरूकता लाना है, करनाल जिले में इस अभियान की शुरुआत घरौंडा से की गई, समारोह में बतोर मुख्यातिथि पहुचे क्षेत्र के विधायक हरविंदर कल्याण ने दीप जलाकर विधिवत तरीके से कार्यक्रम का उद्घाटन किया, घरौंडा में आयोजित विभाग का पहला आयोजन पूरी तरह से बेटी बचाव बेटी पढाओ पर आधारित रहा, कार्यक्रम में प्रस्तुत नाटक "युवा" व "यमलोक" के माध्यम से कलाकारों ने युवा वर्ग में बढ़ रही नशाखोरी और समाज में बेटियों की दुर्दशा पर तीखे कटाक्ष किये, नाटक यमलोक को उपस्तिथ दर्शको की खूब सराहना मली, नाटक में दिखाया गया की जब कोख में मारी गई एक अजन्मी बेटी यमलोक पहुचती है तो उसके कर्मो का जोखा तैयार करने में खुद यमराज व चित्रगुप्त चक्कर खा जाते है क्योकि जन्म से पहले मारी गई कन्या के हिस्से में न तो कोई पुन्य होता है और न ही कोई पाप, ऐसे में यमराज ये तय नहीं कर पाते की इस आत्मा को स्वर्ग भेजे या नरक, यमलोक पहुची अजन्मी बेटी यमराज व चित्रगुप्त को धरती पर कन्या क हो रही दुर्दशा व भूर्ण हत्या से अवगत करवाती है,. इस ख़ास अभियान के तहत लोकसंपर्क विभाग हरियाणा के उन पुराने वाध्य यंत्रो को भी सहेजना चाहता है जो विलुप्त होने के कगार पर है, कार्यक्रम में कलाकारों ने हरियाणवी वाध्य यंत्र बीन , चिमटा , ढोलकी , पेटी , तुम्बा , मटका , बांसली व अन्य यंत्रो की शानदार प्रस्तुती दी 
-घरौंडा से सुरेंदर पांचाल की रिपोर्ट
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