दिल्ली। केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि उन्होंने मध्य प्रदेश व्यावसायिक मंडल (व्यापमं) भर्ती घोटाले को 'फिजूल मुद्दा' नहीं कहा। गौड़ा का यह स्पष्टीकरण उस वक्त आया जब मीडिया में व्यापमं को 'फिजूल मुद्दा बताने संबंधी उनके कथित बयान को जोर-शोर से उछाला गया। इससे पहले व्यापमं घोटाले पर गौड़ा ने विवादित बयान दिया था।
उन्होंने कहा था किइस तरह के मूर्खतापूर्ण मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
को जवाब देने की कोई जरूरत नहीं है। यह एक तुच्छ मामला है। उनका यह बयान पीएम मोदी के व्यापमं मामले में दखल न देने के
सवाल पर आया था। गौड़ा ने कहा था, पीएम मोदी को इस तरह के मूर्खतापूर्ण मामलों
पर जवाब देेने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार ने जांच शुरू कर दी है, मौतें चिंता का
विषय है लेकिन कानून व्यवस्था राज्य का अधिकार है। एसेे तुच्छ मुद्दों पर पीएम के
जवाब की जरूरत नहीं। इस मामले से जुड़े मंत्रियों और पार्टी अध्यक्ष ने जवाब दे
दिया है। हर मामले पर पीएम से जवाब मांगना सही बात नहीं है। |