नई दिल्ली। पत्रकार अक्षय सिंह की मौत के मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परिवार की मांग को लेकर अपनी सहमति दे दी है। सीएम चौहान ने अक्षय सिंह के विसरा की जांच राज्य के बाहर दिल्ली के एम्स में कराने की मांग को स्वीकार कर लिया है, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार इस मामले में सीबीआई जांच कराने के लिए तैयान नहीं है। इससे पहले निजी टीवी चौनल आजतक के पत्रकार अक्षय सिंह की
शनिवार को मध्यप्रदेश में संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। अक्षय व्यपामं घोटाले की
खबर के सिलसिले में महोबा गए हुए थे। घ्से में उनकी बहन पाक्षी सिंह ने मांग की थी
कि 0विसरा की जांच राज्य के बाहर की जाए ताकि जांच निष्पक्ष हो सके। पाक्षी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को
खत लिखकर आग्रह किया है कि उनके भाई का विसरा जांच के लिए ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट
ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) भेजा जाए। खत में पाक्षी ने लिखा, जैसा कि आपको पता
है कि उसकी (अक्षय सिंह) मौत संदिग्ध हालात में चार जुलाई को हुई। निष्पक्ष जांच
के लिए मैं आपसे उसके विसरा की जांच मध्य प्रदेश के बाहर दिल्ली एम्स में कराने का
आग्रह करती हूं। गौरतलब है कि अक्षयसिंह की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। वे
टीचर्स कॉलोनी में मेहताब सिंह डामोर की बेटी नम्रता डामोर की मौत से जुड़ी खबर
कवरेज करने के लिए शनिवार दोपहर लगभग एक बजे उनके निवास पर पहुंचे। दोपहर 2.30 बजे
अक्षयसिंह की अचानक तबीयत खराब हो गई। तबीयत खराब होते ही इंदौर से उनके साथ आए
अन्य पत्रकार और मेहताबसिंह डामोर उन्हें लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे। जहां
डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद अक्षय को निजी अस्पताल भी ले जाया
गया। जहां भी स्थिति में कोई सुधार होता ना देख उन्हें दाहोद ले जाया गया। यहां भी
अक्षय को मृत घोषित बताया। |