राष्ट्रीय (05/07/2015) 
परिजनों ने दी स्कूलों में ताला लगाने की चेतावनी
कैथल :- राजकीय प्राथमिक कन्या पाठशाला पाई में अतिथि अध्यापकों के चले जाने के बाद अव्यवस्था का आलम देखने को मिला। स्कूल के इंचार्ज सतनरायण ने बताया कि उनके स्कूल में कुल 9 अध्यापक है जिसमें से 4 अतिथि अध्यापक थे। अब बचे हुए 5 अध्यापकों के सिर पर स्कूल चलाने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि स्कूल में अध्यापकों की कमी होने के बाद बच्चें भी कक्षाओं में नहीं आते और न ही पढ़ाई ढंग से हो पाती है। इंचार्ज ने बताया कि पहले तो सभी अध्यापकों को समय के अनुसार कक्षाएं व बच्चों की जिम्मेवारी सौंपी गई थी लेकिन अब केवल 5 अध्यापक बच्चों को पढ़ाने में असमर्थ है। स्कूल में फैली इस अव्यवस्था को देखकर स्कूल में पढऩे वाले बच्चों के परिजनों ने भी अपने बच्चों को स्कूल में भेजने से साफ इंकार कर दिया है।

सर्व जातीय  सर्व खाप भी सरकार के खिलाफ खोलेगी मोर्चा- ढुल
अतिथि अध्यापकों के समर्थन में बोलते हुए सर्व जातीय सर्व खाप के युवा प्रधान राजेंद्र ढुल पाई ने कहा कि वे सरकार के फैसले का 12 जुलाई तक इंतजार करेंगे। इसके बाद वे कुरुक्षेत्र में एक विशाल बैठक का आयोजन करेंगे और उसके बाद अतिथि अध्यापकों के समर्थन वे सडक़ों पर उतरेंगे और अतिथि अध्यापकों को उनका हक दिलवाकर रहेंगे। वहीं दूसरी और सरकार के फैसले के खिलाफ बोलते हुए बरसाना गांव के सरपंच सतपाल ने कहा कि सरकार का फैसला गलत है और इसका असर बच्चों की पढ़ाई व उनके भविष्य पर पड़ेगा और इसी को देखते हुए उन्होंने कहा कि यदि सरकार जल्द से बच्चों के भविष्य के लिए कोई फैसला नहीं करती है तो वे स्कूलों पर ताला लगा देंगे। जिसकी सारी जिम्मेवारी प्रशासन व सरकार की होगी। पिलनी गांव के सरपंच रामभज ने कहा कि अपने वाले में यदि बच्चों के भविष्य के उनको कोई भी कदम उठाना पड़े तो वे इससे पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि वे सरकारी स्कूलों में या तो अध्यापकों की स्थिति को ठीक करे अन्यथा वे कठोर कदम उठाने पर मजबूर हो जाएंगे,
राजकुमार अग्रवाल 
Copyright @ 2019.