राष्ट्रीय (03/07/2015) 
21 में से 21 फेल,शिक्षको ने दिया शर्मशार कर देने वाला बयान
ग्रामीणों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ की महापंचायत 
अध्यापकों के तबादले की मांग को लेकर डीसी को सौंपा ज्ञापन
पंचायत में अध्यापकों ने कहा; बच्चे हैं कूड़ा (गंदगी)
तबादला न होने पर ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी
चीमनावास गांव के सरकारी स्कूल का मामला

हरियाणा शिक्षा बोर्ड का परिणाम पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना रहा। यही कारण है कि राजकीय उच्च विद्यालय चीमनावास भी इस मामले में पीछे नहीं है। यहां पढ़ रहे 21 में से 21 नौनिहाल फेल हो गए। जब कोई भी छात्र पास नहीं हुआ तो ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया, लेकिन परिणाम के बाद ग्रीष्मकालीन अवकाश होने के बाद जब स्कूल खुला तो ग्रामीणों ने स्कूल परिसर में ही पंचायत कर शिक्षकों से सवाल-जवाब करने शुरू कर दिए। इस पर अध्यापकों ने एक शर्मसार कर देने वाला शब्द कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया। अध्यापकों का कहना था कि स्कूल के बच्चे कूड़ा हैं और कूड़ा कभी सफलता हासिल नहीं कर सकते। इस पर ग्रामीण बिफर गए और उन्होंने जिला सचिवालय पहुंचकर उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर शिक्षकों के तुरंत प्रभाव से तबादले की मांग की और चेतावनी दी कि अगर समय रहते उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे कोई भी आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।
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