राष्ट्रीय (22/06/2015) 
हरियाणा, डिब्बा बंद खाद्य एवं पेय पदार्थों की जांच के निर्देश
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने खाद्य एवं औषध प्रशासन विभाग को प्रदेश में बिक रहे सभी डिब्बा बंद खाद्य एवं पेय पदार्थों के नमूने एकत्र कर जांच करने के निर्देश दिये हैं, जिससे जनता को उच्च गुणवत्तायुक्त एवं गैर मिलावटी खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री आज खाद्य एवं औषध प्रशासन, हरियाणा की एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि हरियाणा में नमूने जांच करने के लिए कोई उच्च स्तर की प्रयोगशाला नही है। इसलिए प्रदेशभर से एकत्र किये गये नमूनों की जांच के लिए राज्य की चंडीगढ़ एवं करनाल स्थित दोनों प्र्रयोगशालाओं को अत्याधुनिक स्तर पर अपग्रेड किया जाएगा ताकि नमूनों की जांच बाहर किसी लैब से न करवानी पड़े। इसके अतिरिक्त, गुडग़ांव, पंचकूला, भिवानी तथा हांसी में नयी अति आधुनिक मशीनों से युक्त 4 प्रयोगशालाएं बनाई जाएगी तथा आयुर्वेदिक दवाइयों की जांच के लिए भी एक अन्य लैब बनाने का प्रस्ताव है। 
विज ने बताया कि जनता को उत्तम कोटी के स्वास्थ्य के लिए उत्कृष्ट खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्घ है। सरकार लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नही होने देगी, जिसके लिए सभी आवश्यक कदम उठायें जाएंगे। इसके तहत प्रदेश में बिक रहे सभी डिब्बा व पैकेट बंद पेय एवं खाद्य पदार्थों की सैम्प्लिंग करवाई जाएगी। इसके अलावा, नमूनों की जांच, नये लाईसैंस बनाने व लाईसैंस नवीनीकरण की प्रक्रिया को भी जल्द ही ऑनलाईन किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिलों में नमूने एकत्र करने वाले वरिष्ठ औषध नियंत्रण अधिकारियों (एसडीसीओ) एवं औषध नियंत्रण अधिकारियों (डीसीओ) की कार्य प्रणाली को चुस्त-दुरूस्त करने के लिए भी विशेष कार्य योजना तैयार की गई है। इसके तहत उक्त कोई भी अधिकारी एक वर्ष से अधिक समय तक एक स्थान पर तैनात नही रह सकेगा। प्रदेश के इन अधिकारियों का हर वर्ष स्थानान्तरण किया जाएगा, जिससे उनके कार्य में ईमानदारी एवं कौशल का विकास हो सके। इसके अलावा, सभी एसडीसीओ और डीसीओ की मॉनिट्रिंग प्रणाली बनाई जाएगी तथा उन्हें प्रत्येक माह अपनी मासिक कार्य रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजनी होगी। 
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