राष्ट्रीय (18/06/2015) 
प्रतिभा नहीं होती पैसो की मोहताज
प्रतिभा पैसों की मोहताज नहीं होती। यह कर दिखाया है रेवाड़ी के बाल भवन में पिछले एक वर्ष से आईआई टी की पढ़ाई कर रहे होनहार छात्रों ने। कल आईआईटी एडवांस का परिणाम घोषित होने के बाद यहां के छात्रों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई। जिला बाल कल्याण परिषद के तत्वावधान में बाल भवन में चल रही आईआईटी की कोचिंग लेने वाले 18 में से 15 अच्छा ग्रेड लेकर बड़ी सफलता हासिल की है।
हम आपको बता दें कि एक वर्ष पूर्व तत्कालीन उपायुक्त सीजी रजनी कांथन एवं आईआईटी नवीन मिश्रा जिन्होंने एक निजी कंपनी में बड़ा पैकेज छोडक़र गरीब बच्चों को आईआईटी की शिक्षा देने की ठानी और इस काम के लिए उन्होंने रेवाड़ी जैसे जिले को चुना और उनकी टीम ने उपायुक्त के समक्ष अपना प्रस्ताव रखा। उस वक्त किसी को भी भरोसा नहीं था कि कोटा व दिल्ली में मिलने वाली कोचिंग अब रेवाड़ी में भी मिलने लगेगी। ज्यादातर उन बच्चों ने ही कोचिंग ली जिनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। मगर कठोर परिश्रम तथा जुनून के चलते आज 15 छात्रों ने सफलता हासिल कर ही ली। 
जिला उपायुक्त यश गर्ग ने आज पत्रकारों को बताया कि अब जल्द ही विकल्प नामक इस संस्था को नया रूप दिया जाएगा। यहां आसपास के बच्चे कोचिंग लेकर अब आईआईटी जैसे संस्थानों में अपने सपने साकार कर सकेंगे। 
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