राष्ट्रीय (16/06/2015) 
किताबों व कापियों के ऊपर चढ़ाने वाले पोलोंथीन बीमारी युक्त
कैथल :-  किताबों व कापियों को सुरक्षित रखने के लिये इनके ऊपर चढ़ाने वाले पोलोंथीन बीमारी युक्त आ रहे है। बच्चों के अभिभावक सुरेश गर्ग, सुभाष चन्द, नरेन्द्र, मनदीप ने बताया कि बच्चे अपनी पुस्तकों व कापियों को बेकार होने से बचाने के लिये उन पर कवर 
चढ़ाते है। पहले ये कवर कागज जैसे अखबार आदि के चढ़ायें जाते थे, परन्तु इस समय ये कवर बच्चे मोम जामें यानि पोलोथिन के चढ़ाते है। उन्होंने बताया कि ये पोलोंथिन बहुत ही खतरनाक है। उनके बच्चे जब ये अपनी किताबों व कापियों पर चढ़ा रहें थे, तो उनमें से बहुत सिर चकरा देन  वाली दुर्गन्ध आ रही थी। जब उन्होंने उन पोलोथिन उठा कर देखा तो उनके हाथों में भी दुर्गन्ध  हो चुकी थी। इतना ही नही साबुन से कई बार धोने के बाद भी वह दुर्गन्ध समाप्त नही हुई और हाथ कड़वे हो गये। उन्होंने कहा कि जब बच्चे इस को हाथ लगाते है तो उनके अन्दर यह जहर चला जाता है। इससे बच्चों को कैंसर जैसी गम्भीर बीमारी भी हो सकती है। उन्होंने जिला प्रशासन से इन पर रोक लगाने की मांग की है और सरकार को इनकी फैक्टरी को बंध करवाने के बारे में लिखे। इस बारे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य राजबीर ने बताया कि सरकार द्वारा प्रतिबन्धित पोलोथिन को नही चढऩे देते। अगर कोई बच्चा चढ़ा भी ले तो हम उसको उतरवा देते है।
राजकुमार अग्रवाल
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