राष्ट्रीय (15/06/2015) 
योग सभी दुष्वृतियों का नाश कर दिव्यता प्रदान करता है
हरियाणा के खेल एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि योग हमारे चित, मन, बुद्घि व आत्मा की सभी दुष्वृतियों का नाश कर दिव्यता प्रदान करता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में योग अपनाना चाहिए, क्योंकि 21 जून को 'अंतराष्ट्र्रीय योग दिवस' के रूप में मनाना, दुनिया की सोच में एक बड़े बदलाव का परिचायक है। 
विज आज 21 जून को मनाये जा रहे 'अंतराष्ट्र्रीय योग दिवस' से पहले योगऋषि स्वामी रामदेव द्वारा पंचकूला में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षिण शिविर में बोल रहे थे। इस शिविर में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा, परिवहन राज्य मंत्री कर्णदेव काम्बोज सहित मंत्रीमंडल के अन्य सदस्य, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के अनेक जज, विधायकगण, सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि पतंजलि योगपीठ हरिद्वार अंतराष्ट्र्रीय योग दिवस की सफलता के लिए हरियाणा में पूरी तन्मयता से कार्य कर रहा है और उनके सहयोग से देश में हरियाणा योग में नम्बर-एक पर रहेगा।
खेल मंत्री ने कहा कि जिस प्रकार स्वामी रामदेव ने दुनियां में महर्षि पतंजलि के योगदर्शन को पहचान दिलाई है, उसी प्रकार दुनिया में योग की स्वीकार्यता देश के प्रधानमंत्री एवं विश्व के जनप्रिय नेता नरेन्द्र मोदी जी ने दिलवायी है। इसके लिए हमारी भारत भूमि का रज-रज प्रधानमंत्री मोदी जी के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करता रहेगा। उन्होंने कहा कि अंतराष्ट्र्रीय स्तर पर योग की स्वीकारोक्ति, इस बात की द्यौतक है कि विश्व में भारत की प्राचीन जीवन शैली की उत्कृष्टता को न केवल स्वीकार किया जा रहा है बल्कि इसे अपनाने भी लगे हैं।
विज ने कहा कि योग का एक अर्थ जोडऩा भी होता है। इससे हमें एक-दूसरे को आपस में एक साथ जोडक़र काम करने की प्रेरणा मिलती है। यदि जन-प्रतिनिधि व सरकारी अधिकारीगण एक-दूसरे के साथ जुडक़र काम करेंगे तो प्रदेश की उन्नति में कोई रूकावट नही आयेगी, क्योंकि जनता ने हमें इसी काम की जिम्मेदारी दी है। इस कार्य के विस्तार के लिए हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के सभी 6500 गांवों में व्यायाम एवं योगशालाएं बनाई जा रही है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि योग प्रशिक्षिण शिविर में भाग लेने के लिए पूरे विपक्ष को उन्होंने स्वयं आमंत्रित किया था। इसके चलते हरियाणा विधानसभा में नेता विपक्ष एवं इनेलो नेता अभय चौटाला, कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी तथा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को योग शिविर में आने के लिए आमंत्रित किया गया था और इन सभी शिविर में भाग लेने की सहमति दी थी। परन्तु न आने का कारण तो वे स्वयं बता सकते हैं।
विज ने कहा कि जिस योग को दुनिया आज अपने जीवन का आधार मान रही है, युगों पहले उसी योग को हमारे ऋषियों ने मुक्ति का मार्ग बताया है। योगदर्शन के 8 अंगों में से यदि कोई व्यक्ति अपने जीवन में पहले 4 अंगों, 'यम, नियम, आसन और प्राणायाम'  को ही अपना ले तो हमारा जीवन सारगर्भित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आसन जहां व्यक्ति के जीवन को आसान बनाता है वहीं प्राणायाम जीवन को मधुर बनाने का कार्य करता है। सभी प्रकार की शारीरिक व मानसिक व्याधियों को प्राणायाम से दूर किया जा सकता है। योग एवं आयुर्वेद हमारे जीवन की अमूल्य धरोहर है और ये दोनों हमारे संस्कारों में रचे-बसे हुए हैं, यही हमारी प्राचीन संस्कृति है, जिसको गत सरकारों ने एक योजनाबद्घ तरीके से न केवल मिटाने का काम किया है बल्कि हमारे देश की युवा पीढ़ी को भी अपनी सभ्यता एवं संस्कृति से दूर रखा है।
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