राष्ट्रीय (11/06/2015) 
आपदा प्रबंधन शिविर की जागरूकता से होगा बचाव
हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि आपदा प्रबंधन शिविर में लोगों को जागरूक करके प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
        वे  पंचकूला के किसान भवन में कृषि विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन शिविर में आए किसानों, विद्यार्थियों व अन्य लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर भारत स्काऊट एवं गाइड विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन करने के अलावा उन्होंने प्रदेश भर से आए प्रगतिशील किसानों व स्काऊट के विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया।
       धनखड़ ने स्काऊट व अन्य सामाजिक संस्थाओं को भी लोगों में प्रशिक्षण के साथ-साथ सहयोग के संस्कार जगाने का आह्वान किया और कहा कि सामूहिकता से आपदाओं से निपटने में आसानी रहती है। उन्होंने पुराने समय में लोगों द्वारा आपदा के समय एक-दूसरे की पूरे मन के साथ सहयोग करने का उदाहरण दिया और कहा कि आज भी संबल,हौंसला,समझ एवं ज्ञान से प्राकृतिक आपदा से निपटने में सहयोग मिलता है। उन्होंने प्राकृतिक आपदा सुनामी,नेपाल भूकंप,उतराखंड में बादल फटने के अलावा मानवीय गलती से हुई आपदा डबवाली अग्निकांड,भोपाल गैस लीक आदि का जिक्र करते हुए कहा कि सुरक्षा के मानदंड उसी स्तर के होने चाहिए जहां पर जिस प्रकार की आपदा की संभावना रहती है। 
      उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन शिविरों में प्रशिक्षण का अर्थ सजगता तथा पूर्व तैयारी है। प्रशिक्षण व संस्कारों की निरंतरता नुकसान कम कर सकता है। उन्होंने किसानों से अपनी पराली न जलाने की अपील करते हुए कहा कि पराली जलाने से जमीन में उपलब्ध मित्र-किट मर जाते हैं। ऊपरी जमीन की उपजाऊ शक्ति खत्म हो जाती है जिसको पुन: तैयार करना आसान नहीं है।
    कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को कूड़ा-कर्कट डस्टबीन तक पहुंचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे खुद भी अपनी गाड़ी में डस्टबीन रखते हैं। 
        इस अवसर स्काऊट के विद्यार्थियों ने आपदा के समय लोगों की जान बचाने व घायलों का सहयोग करने से संबंधित प्रदर्शन दिखाया। शिविर में कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह, महा निदेशक मोहम्मद शाइन, हरियाणा वेयरहाऊसिंग की प्रबंध-निदेशक सुप्रभा दहिया के अलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। 
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