राष्ट्रीय (10/06/2015) 
यूवा पीढ़ी को संस्कृति से रूबरू करवाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
कैथल :- हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश की प्राचीन समृद्ध संस्कृति को सहेजने तथा यूवा पीढ़ी को संस्कृति से रूबरू करवाने के लिए विभिन्न स्तरों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करके नई पहल की शुरूआत की गई है। इसके लिए सूचना जन संपर्क एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की सांस्कृतिक विंग द्वारा जिला स्तर पर लोक कलाकारों को तरासने का कार्य किया जा रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रदेश की हर प्राचीन विधा को शामिल किया जा रहा है। इसी कड़ी में संगीत की सांस्कृतिक अधिकारी डा. दीपिका वालिया, नृत्य की सांस्कृतिक अधिकारी सुमन दांगी तथा कला अधिकारी ह्दय कौशल की टीम द्वारा लोक कलाकारों तथा नाटक मंडलियों को स्थानीय पंचायत भवन में संस्कृति, संगीत, नृत्य, नाटक आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा इन कलाकारों द्वारा दी गई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी अवलोकन किया। विभाग द्वारा ग्रामीण आंचल के युवाओं को संस्कृति से रूबरू करवाने तथा सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए गत अप्रैल माह के दौरान ऑडिशन लिया गया था, जिसमें 23 कलाकारों को सूचीबद्ध किया गया था। समाज में युवाओं को नशे की लत से बचाने और उन्हें एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हरियाणवी संस्कृति को प्रदेश में बढ़ावा देने के लिए खंड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। संस्कृति के बिना संस्कार नही होते और संस्कार विहीन समाज कभी भी विकास नही कर सकता। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए सरकार द्वारा प्राचीन समृद्ध संस्कृति को सहेजने का फैसला लिया गया है।  जिला सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी रणधीर शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि हरियाणा प्रदेश की प्राचीन संस्कृति बहुत समृद्ध रही है। इसी संस्कृति को पुन: और बुलंदियों पर पहुंचाने तथा प्रदेश की इस पहचान को देश की सीमाओं से बाहर पहुंचाने के लिए विभाग निरंतर प्रयासरत है। 
इन कार्यक्रमों में जन सहभागिता को बढ़ाने के उद्देश्य से कुछ विधाओं में स्कूलों, महाविद्यालयों एवं अन्य सांस्कृतिक दलों के मध्य प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाएंगी तथा इन प्रतियोगिताओं में सर्व श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीमों को तहसील, जिला और राज्य स्तर पर विभाग की नियमित पार्टियों के साथ मिलकर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों से जहां युवा अपनी सांस्कृतिक विरासत को अपनाएगा, वही लुप्त प्राय: सांस्कृतिक विरासत को बचाने में भी सहयोग मिलेगा। इसी कड़ी में प्रदेश में लुप्त हो रही सांग परम्परा को पुन: जीवित करने के लिए प्रत्येक जिला में विभाग द्वारा बेहत्तरीन सांग पार्टियों द्वारा दो-दो सांग कार्यक्रम करवाए गए, जिनमें भारी भीड़ उमड़ी। इन कार्यक्रमों में लोगों की दिलचस्पी इस ओर संकेत करती है कि हरियाणावासी आधुनिक मनोरंजन के साधनों के साथ-साथ अपनी जड़ों से भी जुड़े रहना चाहते हैं। 
राजकुमार अग्रवाल
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