नई दिल्ली । अगर तेल कंपनियों ने होशियारी नहीं दिखाई तो इस पखवाड़े के अंत में आम जनता को पेट्रोल व डीजल की कीमत में राहत मिलने के आसार हैं। तेल कंपनियों ने 15 मई, 2015 को जब पेट्रोल व डीजल को महंगा किया था, उसके बाद से
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल (क्रूड) पांच डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा सस्ता
हो गया है। जानकारों का मानना है कि क्रूड की कीमत में यह रुख आगे भी बने रहने के
आसार हैं। ऐसे में पेट्रोल की कीमत तीन रुपये और डीजल में ढाई रुपये प्रति लीटर तक
सस्ता होने की सूरत बन रही है। सरकारी आंकड़े के मुताबिक भारतीय तेल कंपनियां जिस बाजार से
क्रूड खरीदती हैं,
वहां 15 मई को इसकी की कीमत 64.88 डॉलर प्रति बैरल थी। आज की
तारीख में यह 59.80 डॉलर प्रति बैरल हो गई है। तरीके से देखा जाए तो पिछले महीने
के अंत में भी पेट्रोल व डीजल को सस्ता किया जाना चाहिए था, क्योंकि तब भी
क्रूड की कीमत में तीन डॉलर की कमी हुई थी। यह दीगर है कि उस वक्त सरकारी तेल
कंपनियों ने ग्राहकों को कोई राहत नहीं दी थी। |