राष्ट्रीय (06/06/2015) 
शंकराचार्य गुमराह न करें: गोयल
नई दिल्ली । राष्ट्रवादी शिवसेना ने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद के उस वक्तव्य से असहमति व्यक्त की है जिसके अनुसार शंकराचार्य ने बाबरी मस्जिद विध्वंस की कार्रवाई को गलत बताया है।
राष्ट्रवादी शिवसेना अध्यक्ष जयभगवान गोयल ने कार्यकर्ताओं की औपचारिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बाबरी विध्वंस कोई भूल नहीं अपितु कार सेवकों की स्वभाविक इच्छाओं के अनुरूप हुआ कार्य था। यदि कोई सोची समझी योजना के अनुसार उसे क्रियान्वित किया जाता तो यह कभी संपन्न नहीं सकता था। शंकराचार्य जी को यह नहीं भूलना चाहिए कि बाबरी विध्वंस के पश्चात् ही भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जा सकता है। शंकराचार्य जी के ऐसे वक्तव्य स्वावलंबी हिन्दुओं को उनके मजबूत इरादों से भटका सकते हैं। उन्हें हिन्दुओं को मजबूत और संगठित करने संबंधी कार्य करने के लिए आगे आना चाहिए न कि उल्टे सीधे वक्तव्यांे से गुमराह व कमजोर करने की राजनीति चालें चलनी चाहिए। ऐसे धार्मिक नेताअों से हिन्दुअों विशेषकर हिन्दू युवकों को प्रेरणा एवं मार्गदर्शन मिलना चाहिए ताकि वह स्वयं पर होने वाले किसी अत्याचार अथवा अनाचार का मुंह तोड़ जवाब दे सकें।
गोयल ने कहा कि 2010 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की तीन सदस्यीय पीठ भी अपने निर्णय से इसे राम जन्म भूमि मान चुकी है अतः किसी प्रकार का संदेह नहीं रह जाता। 
गोयल ने आगे कहा कि उन्हंे पूर्ण विश्वास है कि नरेन्द्र मोदी के इसी प्रधान मंत्रित्व काल में भव्य राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में हो जाएगा। प्रत्येक कार सेवक को बाबरी मस्जिद विध्वंस करने पर गर्व है। इस संदर्भ में सभी लंबित मुकदमें यथाशीघ्र समाप्त करने का विनम्र आग्रह भी गोयल ने सरकार से किया।
यहां उल्लेखनीय है कि जयभगवान गोयल बाबरी विध्वंस मामले में विगत 23 वर्षों से सीबीआई स्पेशल कोर्ट लखनऊ में चल रहे मुकदमे में मुख्य आरोपी हैं। 
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