राष्ट्रीय (30/05/2015) 
हिंदी पत्रकारिता दिवस पर हिंदी पत्रकारिता की दशा और दिशा पर परिचर्चा का आयोजन
अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ एवं नेशनल मीडिया नेटवर्क के तत्वावधान में आज संघ के मुख्यालय बरवाला में हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर संघ के महासचिव दयानंद वत्स की अध्यक्षता में हिंदी पत्रकारिता की दशा और दिशा पर एक सार्थक परिचर्चा आयोजित की गई।
     इस अवसर पर भारत में हिंदी के सर्वप्रथम समाचारपत्र उदंत मार्तण्ड के संस्थापक संपादक स्वर्गीय जुगलकिशोर शुक्ल को भावभीनी श्रद्वांजलि अर्पित करते हुए अपने अध्यक्षीय संबोधन में दयानंद वत्स ने कहा कि वर्तमान सदी हिंदी पत्रकारिता के विकास को समर्पित है। हिंदी समाचारपत्र समूहों में दैनिक जागरण समूह, टाइम्स आॅफ इंडिया का नवभारत टाइम्स और हिंदुस्तान टाइम्स का दैनिक हिंदुस्तान की हिंदी पत्रकारिता में आज वैष्विक पहचान बनी है। भाषा, यूनीवार्ता, समाचारवार्ता जैसी हिंदी की संवाद समितियों की भूमिका भी आज बढती जा रही है। इसके अतिरिक्त राज्यों की राजधानियों और दिल्ली से भी अनेकों समाचारपत्र और पत्रिकाओं के साथ -साथ इलैक्टिाॅनिक मीडिया में भी हिंदी समाचार चैनलों ने नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं। आकाशवाणी और दूरदर्शन भी हिंदी पत्रकारिता के प्रचार प्रसार में अग्रणी है।
         वत्स ने कहा कि दैनिक जागरण समाचारपत्र समूह के संस्थापक स्वर्गीय पूर्णचन्द्र गुप्त एवं स्वर्गीय नरेन्द्र मोहन का हिंदी पत्रकारिता के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योेगदान रहा। उन्होने हिंदी पत्रकारिता को गांव-गांव और कस्बों तक पंहुचाकर देष और विदेष तक में ले जाने मेें सफलता अर्जित की। पंजाब केसरी के लाला जगतनाराण, स्वर्गाीय रमेश चन्द्र और वीर अर्जुन के महाशय कृृृ्ष्ण और साहू अशोक जैन व बिरला का योगदान अविस्मरणीय रहेगा।
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