राष्ट्रीय (21/05/2015) 
रेल राज्यमंत्री ने उत्तर रेलवे के कार्य निष्पादन की समीक्षा की
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने वीरवार को उत्तर रेलवे, प्रधान कार्यालय, बड़ौदा हाउस, नई दिल्ली में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में उत्तर रेलवे के कार्य निष्पादन की समीक्षा की । इस अवसर पर उत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक, ए0 के0 पुठिया, अपर महाप्रबन्धक, एस0 के0 पाठक तथा सभी विभागों के प्रमुख विभागाध्यक्ष उपस्थित थे । बैठक में रेलवे बोर्ड से आए अनके वरिष्ठ अधिकारियों में सलाहकार/जन परिवाद, आर0 के0 वर्मा, कार्यकारी निदेशक/नवीकरण, मधुकर सिंह, रेल राज्यमंत्री के निजी सलाहकार,  नीतेश्वर कुमार उपस्थित थे। विभिन्न मानकों पर आधारित पिछले वर्ष के महत्वपूर्ण आंकड़ों के साथ विभागवार कार्य निष्पादन प्रस्तुत किया गया । बड़े मुद्दों और समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया तथा चालू वर्ष की कार्य योजना पर चर्चा की गयी ।
   समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मनोज सिन्हा ने विभिन्न उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए उत्तर रेलवे के कर्मचारियों और अधिकारियों की सराहना की । मंत्री जी ने समय-पालन कार्य निष्पादन को बेहतर बनाने पर बल दिया । उन्होंने इच्छा व्यक्त की कि प्रदर्शनों पर समय से नियंत्रण पाने के लिए जिला प्रशासन के साथ सम्पर्क बनाया जाए । उन्होंने अलार्म चेन खींचने तथा रेलगाडियों की समयपालन बद्धता को प्रभावित करने वाले अन्य कारकों में कमी लाने के निर्देश दिए ।सिन्हा ने अनारक्षित डिब्बों में यात्रा करने वालों की संख्या में आने वाली कमी पर चिंता प्रकट की । उन्होंने निर्देश दिया कि कुछ विशेष रेल सेक्शनों पर टिकट जाँच को बढ़ाकर और मामले की जाँच करके केन्द्रीकृत उपाय किए जायें । परिसम्पत्तियों की विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए जोन द्वारा किए गए उपायों की समीक्षा करते हुए सिन्हा ने कहा कि यद्यपि परिसम्पत्तियों के रख-रखाव की स्थिति पहले से बेहतर हुई है तथापि सिगनल, लोको, ट्रैक फेलियर मामलों से निपटने के लिए प्रयास किए जायें। मंत्र ने प्रशासन को परामर्श दिया कि लगभग 25 किलोमीटर के जीरो-फेलियर मॉडल सेक्शन बनाए जायें जिन्हें बाद में और विस्तार दिया जाये ।
      वर्ष 2014-15 के दौरान जोन ने 54.90 मिलियन टन का राजस्व लदान दर्ज किया जोकि पिछले वर्ष की 7904.3 करोड़ रूपये की आय से 2.86 प्रतिशत अधिक है। इस कार्य निष्पादन की सराहना करते हुए सिन्हा ने परामर्श दिया कि चालू वर्ष के दौरान मालभाड़ा लदान के दिए गए लक्ष्य से 15 प्रतिशत अधिक का लक्ष्य हासिल करने की रणनीति बनाई जाये । उन्होंने बताया कि भारतीय खाद्य निगम द्वारा खाद्यान्नों के लदान-आदेशों में कमी के मद्देनज़र मालभाडा लदान की नई सम्भावनाएँ खोजी जायें ।
      उत्तर रेलवे भारतीय रेलवे की कुल प्रारम्भिक आय में 11.01 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ वर्ष 2014-15 में राजस्व आय के क्षेत्र में अन्य क्षेत्रीय रेलों के मुकाबले तीसरे स्थान पर रहा । वैगन टर्न अराउंड अथवा एक वैगन के एक लदान के बाद दूसरे लदान के बीच का अंतराल 1.42 दिवस रहा जबकि भारतीय रेलवे का सामान्य औसत 5.13 दिवस है । आंकडों की समीक्षा करते हुए रेल राज्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इसमें सुधार की आवश्यकता है। रेल राज्यमंत्री ने नए अनुमोदित कार्यों को किए जाने की आवश्यकता पर भी बल दिया और आशा व्यक्त की कि इन कार्यों के लिए आवंटित निधि का पूर्णत: उपयोग करने के प्रयास किए जायेंगे । रेल राज्यमंत्री ने अन्य बातों के साथ-साथ अनुकम्पा के आधार पर होने वाली नियुक्तियों एवं अन्य कर्मचारी मामलों में भी तेजी लाने की आवश्यकता पर बल दिया और आशा प्रकट की कि इन मामलों की बेहतर निगरानी के लिए इसे ऑन लाइन किया जायेगा ।
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