राष्ट्रीय (21/05/2015) 
गर्मी में पानी की कमी पूरा करने के लिए 'कंटिंजैंट प्लान' बनाने का निर्णय
हरियाणा सरकार ने भरी गर्मी के मौसम में पानी की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एक आकस्मिक योजना (कंटिंजैंट प्लान) बनाने का निर्णय लिया है।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री राव नरबीर सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना में विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि पानी की बर्बादी को रोकने के लिए तुरंत एक अभियान चलाया जाएगा जिसके तहत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में पानी के कनैक्शन पर नलके लगाए जाएंगे तथा पाइपलाइन में रिसाव की जांच की जाएगी और रिसाव को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे ताकि पानी की बर्बादी के साथ-साथ पेयजल के दूषित होने को रोका जा सके। 
उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को पेयजल की आपूर्ति करने से पूर्व पानी का पर्याप्त कीटाणुशोधन सुनिश्चित किया जाएगा। जहां बिजली की गम्भीर समस्या है,वहां समस्या को सुलझाने के लिए उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम या दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के साथ बातचीत एवं बैठके की जाएंगी। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि स्टैण्ड बाइ रखे जनरेटिंग सैटस कार्य करने की स्थिति में हो ताकि उन्हें जरूरत पडऩे पर स्थापित किया जा सके।  
मंत्री ने कहा कि लम्बित बिजली कनैक्शनों को जारी करने से संबंधित मामलों के बारे  वितरण कम्पनियों के साथ बातचीत की जाएगी ताकि योजनाएं शुरू की जा सके और लोगों को उनका लाभ उपलब्ध करवाया जा सके। 
उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के साथ भी निकट सम्पर्क बनाए रखा जाएगा ताकि नहरी पानी की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। क्षेत्रीय अधिकारी यह भी सुनिश्चित करेंगे कि नहरों के चलाने की अवधि के समय जल भण्डारण टैंकों को पूरा भरा जाएगा। जहां कहीं कच्चे पानी की कमी है वहां सिंचाई विभाग के साथ बैठकें की जाएंगी। नहरों के चलाने की अवधि के दौरान विभागीय वैबसाइट पर स्टेनलैस स्टील टैंकों को भरने की तिथि का अद्यतन किया जाएगा। 
उन्होंने कहा कि नहरी पानी एवं बिजली की कमी से संबंधित समस्या को जिला प्रशासन के नोटिस में लाने के अतिरिक्त विभिन्न मंचों पर इन समस्याओं को उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुदूर क्षेत्र जहां विभाग सभी प्रयास  करने के बावजूद विद्यमान स्त्रोतों  से पेयजल की आपूर्ति करने में असमर्थ है वहां ग्राम पंचायत या नगर पालिका प्राधिकारियों को शामिल करके एक कमेटी गठित करके संबंधित मुख्य अभियंताओं की अनुमति से टैंकरों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जाएगी। 
उन्होंने कहा कि जहां भू जल स्तर कम हो गया है, वहां पम्पिंग मशीनरी को और नीचे ले जाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे ताकि पर्याप्त पानी प्राप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि जब कभी भी 24 घंटे से अधिक समय के लिए किसी भी कारण कोई योजना बेकार हो जाती है तो उसकी सूचना तुरंत मुख्यालय को दी जाएगी और इसी दौरान योजना को कार्यात्मक बनाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे। 
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