राष्ट्रीय (20/05/2015) 
विज्ञापन की प्रक्रिया में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं- महापौर
उत्तरी दिल्ली के महापौर, रविन्द्र गुप्ता ने गुरूवार को विज्ञापनकर्ताओं के साथ ओपन डिस्कशन कर विज्ञापनोंकर्ताओं के कार्यों को और अधिक सरल और पारदर्शी बनाने के लिए विभिन्न विज्ञापन माध्यमों को क्लस्टर समूहों के रूप में विभाजित करने की योजना के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विज्ञापनों के संबंध में अब किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और 15 दिनों के भीतर ही पूरे उत्तरी दिल्ली से सारे अवैध होर्डिंग हटाए जाएंगे।
गुप्ता ने बताया कि क्लस्टर समूहों में विज्ञापन माध्यमों को विभाजित करने से विज्ञापन क्षेत्र में होने वाले भ्रष्टाचार से मुक्ति तो मिलेगी ही साथ ही खराब वित्तीय स्थिति से जूझ रहे निगम को वित्त की प्राप्ति भी होगी। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों को 36 क्लस्टरों में विभाजित करने से न सिर्फ शहर का सौंदर्य बढ़ेगा बल्कि विज्ञापनकर्ताओं को कार्यों में अधिक पारदर्शिता भी मिलेगी। महापौर गुप्ता ने कहा कि इस योजना से न सिर्फ विज्ञापनों के लिए नई वैध आउटडोर साइट उपलब्ध होंगे बल्कि निगम को लगभग 500 करोड़ वित्त की प्राप्ति होगी।
इस अवसर पर स्थायी समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद भारद्वाज ने कहा कि निगम कार्यों को व्यवस्थित करने के इस प्रयास में 15 दिनों के भीतर विज्ञापनकर्ता भी अपना सुझाव उत्तरी दिल्ली नगर निगम को दे सकते है, जिससे योजना अधिक से अधिक प्रभावी बन सके।
इस अवसर पर निगमायुक्त प्रवीण कुमार गुप्ता ने बताया कि इस योजना से विज्ञापन प्रक्रिया में हर स्तर में होने वाले कमजोर पक्ष सामने आएंगे और उत्तरी दिल्ली नगर निगम इन कार्यों को सुचारू रूप से कर पाएगा। हमारा ध्येय आउटडोर विज्ञापन व्यापार को व्यवस्थित करना तथा अवैध विज्ञापनों से शहर की सुंदरता को होने वाले नुकसान से बचाने के साथ-साथ निगम की आय भी बढ़ाना है। योजना की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सदर पहाड़गंज क्षेत्र में 6, सिविल लाईन क्षेत्र में 10, करोलबाग क्षेत्र में 6, रोहिणी क्षेत्र में 7, नरेला क्षेत्र में 5 व शहरी क्षेत्र में 2 में क्लस्टर होंगे जिससे विज्ञापन प्रक्रिया सरल होगी।
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