राष्ट्रीय (20/05/2015) 
घुमन्तू जाति क लोगों के लिए हरियाणा सरकार करेगी रहने की व्यवस्था
 हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने महाराणा प्रताप को अपना वंशज मानने वाले  प्रदेश के घुमन्तू जाति (गडिया लुहार) के लोगों से कहा है कि वे महाराणा प्रताप के प्रति उनकी भाव-भावनाओं व त्याग का सम्मान करते है, लेकिन फिर भी यदि वे किसी एक स्थान पर रहने को तैयार हो जाए तो हरियाणा सरकार उनको बसाने की पूरी व्यवस्था करेगी। मुख्यमंत्री महाराणा प्रताप जंयती समारोह को बतौर मुख्यातिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में समाज काफी बदल चुका है इसलिए घुमन्तू जाति के लोगों को एक स्थान पर रहकर अपनी संस्कृति की पहचान कायम रखनी चाहिए।  समारोह के दौरान उन्होंने मंच पर उपस्थित राजपूत समाज के लोगों को भी इस सम्बंध में घुमंतू जाति के लोगों को मनाने में अपना सहयोग देने की अपील की। 
        इस अवसर पर उन्होंने राजपूत समाज की तरफ से रखी गई सभी मांगों को भी चरणबद्ध ढग़ से पूरा करने का  आश्वासन दिया, चाहे वह तरावडी में पृथ्वी राज चौहान के नाम स्मारक व चौक बनाने, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय में महाराणा प्रताप के नाम पीठ स्थापित करने या करनाल के सैक्टर 32 के महाराणा प्रताप स्कूल के लिए खेल मैदान की बात हो या राजकीय कन्या महाविद्यालय घरौंडा में स्नातकोतर कक्षाएं  या विज्ञान संकाय आरम्भ करने की बात हो। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने सैक्टर 8 के महाराणा प्रताप भवन की हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के ब्याज एवं जुर्माना राशि माफ करने की घोषणा की, क्योंकि यह भवन सामाजिक सरोकारों के लिए है न कि किसी व्यक्तिगत उदेश्य के लिए। उन्होंने कहा कि वे प्रदेश के हर व्यक्ति को परिवार भाव से साथ लेकर आगे बढ़ेगें और जो दायित्व प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें दिया गया है वह उस दायित्व से कभी पीछे नही हटेगें। 
        मुख्यमंत्री ने अफसोस जताते हुए कहा कि आजादी के बाद 68 साल में जो व्यवस्था हमें मिलनी चाहिए थी, वह नही मिली क्योंकि इस दौरान सरकारें, चाहे वह प्रदेश की हो या केंद्र की हो, मैं और मेरा परिवार की भावना से कार्य करती रही। लेकिन अब केंद्र और प्रदेश में सरकारे बदल चुकी है जोकि मेरा देश, मेरा समाज व मेरी संस्कृति की भावना से कार्य कर रही है। क्षत्रिय समाज को वीरता, शौर्यता का द्योतक बताते हुए उन्होंने कहा कि क्षत्रिय समाज महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी महाराज, पृथ्वीराज चौहान व गुरू गोविन्द सिंह की वीरता जीवनियों से भरा पडा है जिन्होंने देश भक्ति व मातृ भूमि की रक्षा के लिए अपने स्वाभिमान को झुकने नही दिया। आजादी से पूर्व हमारे महानुभावों ने भक्ति आन्दोलन से लोगों में जागृति लाई व फिर जरूरत पडने पर शक्ति भावना से देश के स्वाभिमान को बचाए रखा, इसमें क्षत्रिय समाज की विशेष भूमिका रही है। इस समाज के लोगों ने मुगलों व अंग्रेजों से देश को आजाद करवाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 
        मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि  वे नतमस्तक है कि महाराणा प्रताप जैसे शूरवीरों ने भारत माता की रक्षा के लिए अपना राज्य चितौड छोड कर जगलों में रहना स्वीकार किया और अपनी सेना इक्कठा करके मुगल शासकों से लडाई लडी।  दुर्भाग्य से मुगल शासकों के बाद अंग्रेज हमारे देश पर शासन करने के लिए आए,और देश की आजादी की लडाई में हमारे क्र ाांतिकारियों ने भी महाराणा प्रताप जैसे शूरवीरों से ही प्रेरणा ली और देश का आजाद करवाया। आजादी के बाद भी देश संकट झेलता रहा और संघर्ष की ज्योति जलती रही । मुख्यमंत्री ने स्मरण कराया कि 1947 के भारत-पाक विभाजन के समय पाकिस्तान के तत्कालीन पश्चिमी पंजाब के लोगों ने धर्म के नाम पर अपना सबकुछ त्यागने का निर्णय लेकर स्वाभिमानता का परिचय दिया था, मुझे गर्व है कि मैं भी इसी समाज से हूं। अपने पुरूषार्थ के बल पर इस  समाज के लोगों ने अहम स्थान हासिल किया है। उन्होंने कहा कि जब कश्मीरी पंडितों पर धर्म को लेकर संकट आया था तो उनके आह्वान पर गुरू तेग बहादुर ने अपनी आहुति देकर धर्म बचाने की मिशाल कायम की थी।     
        उन्होंने कहा कि आज से लगभग 7 महीने पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव में मुझे यहां से चुनाव लडने अवसर मिला और यहां के लोगों ने जिसमें क्षत्रिय समाज के लोगों ने भी साथ दिया और मुझे 65 हजार से भी अधिक मतो से विजय दिलाई। पार्टी के नेताओं व विधायकों की सहमति से मुझे हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में लोगों की सेवा करनी की भूमिका दी गई है। मैं भूमिका से  कभी पीछे नही हंटूगा। उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग के लोगों के लिए विकास के कार्य किए जाएगें। 
        समारोह को विधायक श्याम सिंह राणा, उत्तर प्रदेश के विधायक सुरेश राणा, अखिल भारतीय क्षत्रिय महा सभा के महाराज रघुवीर सिंह सिरोही, पूर्व विधायक रेखा रानी, समारोह के संयोजक कर्नल देवेन्द्र सिंह, गुजरात के पूर्व मंत्री प्रवीन सिंह जडेजा ने भी सम्बोधित किया और महाराणा प्रताप की जीवनी व उनके संघर्ष पर प्रकाश डाला। 
        समारोह का शुभारम्भ मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। आयोजकों ने मुख्यमंत्री को सम्मान सूचक पगडी, स्मृति चिन्ह तथा तलवार भी भेंट की।
        इस अवसर पर हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति राज्यमंत्री कर्णदेव काम्बोज, विधायक हरविन्द्र कल्याण, बख्शीश सिंह विर्क, भगवान दास कबीरपंथी, मेयर रेनू बाला गुप्ता, पूर्व सांसद आई डी स्वामी,महेन्द्र सिंह तंवर एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित प्रदेश के कौने-कौने से आए महाराणा प्रताप के अनुयायी क्षत्रिय समाज के लोग उपस्थित थे।
Copyright @ 2019.