राष्ट्रीय (19/05/2015) 
वित्त न मिलने पर सफाईकर्मी और उत्तरी दिल्ली नगर निगम साथ मिलकर करेंगे दिल्ली सरकार का घेराव
स्वतंत्र मजदूर विकास संयुक्त मोर्चा के एक प्रतिनिधि मंडल ने संजय गहलौत के नेतृत्व में सोमवार को उत्तरी दिल्ली के महापौर रविन्द्र गुप्ता से मुलाकात की। इस मुलाकात में प्रतिनिधि मंडल द्वारा सफाई कर्मचारियों को सही समय में वेतन देने की मांग की गई, जिससे कर्मचारियों को वित्तीय संकट का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही महिला सफाई कर्मियों को मुख्य मार्गों से सुरक्षा के दृष्टीकोण से न काम कराए जाने की मांग भी की।
महापौर, गुप्ता ने प्रतिनिधि मंडल के माध्यम से सभी चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि दिल्ली सरकार से जैसे ही वित्त की प्राप्ति उत्तरी दिल्ली नगर निगम को होगी वैसे ही तत्काल प्रभाव से इन कर्मचारियों का वेतन समय पर देने का प्रयास किया जाएगा।इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि दिल्ली सरकार जल्द से जल्द उत्तरी दिल्ली नगर निगम की वित्तीय बकाया राशि लगभग 2000 करोड़ रूपये जारी नहीं करती है तो उनके विरूध वे दिल्ली के मुख्यमंत्री का घेराव करेंगे तथा धरना देंगे। इस पर सफाईकर्मियों की फेडरेशन ने महापौर को आश्वासन दिया और कहा कि वे उनके साथ है, इस विरोध प्रदर्शन व घेराव में उनके साथ होंगे।
महापौर गुप्ता ने उन्हें बताया कि दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया को भी निगम की वर्तमान स्थितियों के संबंध में भेंट करके जानकारी दी गई है लेकिन अब तक इस संबंध में दिल्ली सरकार का कोई ठोस जवाब नहीं आया है। इसके उपरांत उन्होंने उपराज्यपाल महोदय से भी इस विषय में हस्तक्षेप की मांग की और उपराज्यपाल महोदय ने उनका पत्र मुख्य सचिव को उचित कार्यवाही एवं रिपोर्ट के लिए दिल्ली के मुख्य सचिव को भेजा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की इस गैरजिम्मेदाराना व्यवहार का खामियाजा निगम कर्मियों को उठाना पड़ रहा है जो उचित नहीं है।
स्वतंत्र मजदूर विकास संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल के सदस्य चेतन दास चांवरिया, राजेश चैधरी, राधे श्याम दुग्गल, कमल मुंडेला ने महापौर के आश्वासन के बाद उनकी सभी बातों का समर्थन किया और खाली पेट रह कर भी शहर में सफाई व्यवस्था बनाए रखेंगे कोई हड़ताल नहीं करेंगे। इसके साथ ही प्रतिनिधियों ने दिल्ली सरकार के खिलाफ उत्तरी दिल्ली नगर निगम के किसी भी निर्णय का कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने की बात कही।
महिला सफाई कर्मियों को मुख्य मार्गों में सुरक्षा के दृष्टीकोण से न काम कराए जाने की मांग पर भी सहमति जताई। महापौर ने अधिकारियों को निर्देश दिए की महिला सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी मुख्य मार्गों पर न लगाकर काॅलोनी व अंदरूनी मार्गों पर लगायी जाए।
Copyright @ 2019.