राष्ट्रीय (18/05/2015) 
देश की पांचवी आयुष आयुर्वेदा यूनिवर्सिटी बनाने की रूपरेखा हुई तैयार
हरियाणा सरकार ने देश की पांचवी आयुष आयुर्वेदा यूनिवर्सिटी बनाने की रूपरेखा तैयार कर ली है।इस ड्राफ्टस में और अधिक सुधार करने के लिए आयुष व आयुर्वेद क्षेत्र के जाने-माने विद्वानों से आऊटपुट लेकर ड्राफ्ट कार्य को पूरा कर लिया गया है। अब इस यूनिवर्सिटी के एक्ट को तैयार कर लिया जाएगा। यूनिवर्सिटी का एक्ट तैयार होते ही नये कुलपति की नियुक्ति के साथ-साथ तमाम औपचरिकताओं को पूरा करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
    इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए हरियाणा के आयुष एवं मेडीकल स्वास्थ्य सेवाओं के अतिरिक्त मुख्य सचिव रामनिवास ने सोमवार को कुरुक्षेत्र में बताया कि श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक कालेज को अपग्रेड करके इस यूनिवर्सिटी के एक्ट को तैयार करने के लिए ड्राफ्टस का कार्य पूरा कर लिया है। अहम पहलू यह है कि हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल कुरुक्षेत्र में बनने वाली आयुष आयुर्वेदा यूनिवर्सिटी को देश का सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाना चाहते हैं। इसलिए इस यूनिवर्सिटी को आधुनिक व उच्चस्तरीय बनाने के लिए ही पांच सदस्यीय दल ने आगामी रूपरेखा तैयार करने के लिए कुरुक्षेत्र में बैठक की है। 
उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी बनने के बाद जब कुरुक्षेत्र में आयुष आयुर्वेदा यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाएगी, तब इस विश्वविद्यालय में उच्चस्तरीय फैकल्टी, शैल्य चिकित्सा, फार्मेसी, हर्बल गार्डन, आईपीडी, ओपीडी और उच्चस्तरीय इन्फर्रास्ट्रक्चर व अन्य तमाम प्रकार की सुविधाएं मिल पाएंगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव रामनिवास ने कहा कि आयुर्वेद, योगा व आयुष भारतीय संस्कृति की सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धतियां हैं। इन पद्धतियों के जरिए ही बीमारियों की जड़ को पकड़ा जा सकता है। बीमारियों के सम्पूर्ण कारण को जानने के बाद इन पद्धतियों के माध्यम से ही स्टिक ईलाज करके बीमारियों की जड़ को समूल नष्ट किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इन पद्धतियों को पुन: जीवित करने के लिए ही राज्य सरकार ने अहम कदम उठाए हैं। आज बदलते लाईफ स्टाईल में ब्लड प्रेशर और शूगर जैसी बीमारी पर काबू पाने के लिए ये पद्धतियां सबसे ज्यादा कारगार हैं।
    हरियाणा सरकार के आयुष एवं मेडीकल स्वास्थ्य सेवाओं विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रामनिवास, आयुष यूनिवर्सिटी जामनगर के कुलपति पदमश्री डा. राकेश, देश के प्रसिद्ध शैल्य चिकित्सक एवं बनारस यूनिवर्सिट के डीन डा. साहु, पीजीआई रोहतक के कुलपति वीके जैन व सीसीएम की अध्यक्ष ने सबसे पहले श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक कालेज का मुआयना किया। यहां पर शिक्षकों, छात्रों और कालेज के प्रिंसीपल डा. वीबी छिकारा से कालेज की तमाम गतिविधियों, मौजुदा सुविधाओं का विस्तृत ब्यौरा हासिल किया। 
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