राष्ट्रीय (17/05/2015) 
बार बार भूकम्प आने का कही यह कारण तो नहीं?
अप्रैल महीने की 25 तारीख को नेपाल में तेज भूकंप आया था। इसके बाद से भूकंप के कई झटके महसूस किए गए। यह सिलसिला अभी भी थमा नहीं है नेपाल में फिर 12 मई को तेज भूकंप आया है। ज्योतिषीय गणना बता रही है कि यह सिलसिला इस महीने के अंतिम सप्ताह तक जारी रह सकता है ऐसी आशंका है। ज्योतिषशास्त्री सचिन मल्होत्रा बताते हैं कि मेदिनी ज्योतिष में चन्द्रमा को आम जनता का कारक ग्रह माना जाता है।
पुराणों के अनुसार चन्द्रमा 27 नक्षत्रों में से रोहिणी नक्षत्र से सर्वाधिक प्रेम करता है। इसलिए जब-जब कोई पाप ग्रह जैसे शनि, मंगल, राहु या केतु रोहिणी नक्षत्र को पीड़ित करते हैं तो चन्द्रमा को अर्थात आम जनता को कष्ट पहुँचता है। आमी 17 मई को मंगल रोहिणी नक्षत्र में गोचर करेगा जहाँ वह 6 जून तक रहेगा। मंगल के वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र से गोचर के समय शनि वृश्चिक राशि में समसप्तक योग बना रहा होगा जो की अत्यंत घातक माना जाता है।
18 मई को पड़ने वाली अमावस्या की कुंडली में सूर्य और चन्द्र की पृथ्वी तत्व के राशि और नवांश में होना एक बड़े भूकंप का का योग बना रहा है। यह भूकंप मई के दूसरे पखवाड़े में 19 या 26 तारीख के आसपास आ सकता है। भूकम्प रिक्टर स्केल पर 6.5 से अधिक तीव्रता का तथा जन-धन को हानि पहुंचाने वाला होने की आशंका है। शनि के अनुराधा नक्षत्र को पीड़ित करने के कारण भूकंप का प्रभाव हिन्दुकुश पर्वत माला, चीन के उत्तर-पश्चिम तथा उत्तर भारत में होने की संभावना हैं। आगामी 26 मई के आसपास राहु के मार्गी गति में मंगल के अंशो के निकट गोचर करते समय तेज धूल भरी आंधी और वर्षा के कारण बिहार तथा उत्तर-प्रदेश में जन-धन की हानि का योग भी बन रहा हैं।
इसके अतिरिक्त शनि और मंगल के वृषभ-वृश्चिक की धुरी को पीड़ित करने के कारण देश में जनता को आगामी कुछ दिनों में पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के कारण महंगाई का सामना करना पड़ सकता है। इराक और सीरिया में आतंकी संगठनो के खिलाफ अमेरिका और उसके मित्र देशो की जोरदार सैन्य कार्यवाही से जून के महीने में पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के ज्योतिषीय आसार बन रहे हैं।
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