राष्ट्रीय (14/05/2015) 
लाइसेंस के चक्कर में आमने-सामने आ गए जेटली-राजनाथ

नई दिल्ली । मोदी सरकार के दो सबसे अहम मंत्रियों के बीच एक लाइसेंस पर खींचतान हो रही है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिखकर पूछा है कि कलानिथि मारन के सन टीवी नेटवर्क की कंपनियों का सिक्यॉरिटी क्लीयरेंस क्यों रद्द कर दिया गया।

इनके तहत तमिलनाडु में ही सूर्यन एफएम नाम से 45 रेडियो चौनल और रेड एफएम नाम से पूरे देश में रेडियो चौनल चलते हैं। कलानिथि दयानिधि मारन के भाई हैं और यूपीए सरकार में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री रहे स्व. मुरासोली मारन के बेटे हैं।

सिक्यॉरिटी क्लीयरेंस का मामला पिछले महीने सामने आया जब कंपनी ने अपनी चार अन्य सहयोगी कंपनियों के मार्फत अपने रेडियो चौनल्स के लाइसेंस रिन्यूअल (फेज 2 से फेज 3) के लिए स्वीकृति देनी पड़ी। इसके जरिए, उसी बैंडविथ पर नए रेडियो चौनल्स खोले जा सकते हैं।

रिन्यूअल के लिए होम मिनिस्ट्री से सिक्यॉरिटी क्लीयरेंस लेना होता है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक माना जा रहा है कि जेटली ने राजनाथ से उनके फैसले पर विचार करने के लिए कहा है।

इस मामले पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव विमल जुल्का से बात की गई तो उन्होंने भी इस बात की तस्दीक की कि मारन की कंपनियों का सिक्यॉरिटी क्लीयरेंस रद्द कर दिया था। जुल्का ने यह भी बताया कि उन्होंने गृह सचिव से अरुण जेटली के खत का जवाब देने को कहा है क्योंकि अगर फैसला वापस नहीं लिया गया तो कंपनी का लाइसेंस ही रद्द करना पड़ेगा।

इस खत में उन्होंने मद्रास हाईकोर्ट के एक फैसले का भी जिक्र किया है जिसमें एक कंपनी काल केबल्स का लाइसेंस रद्द करने की वजह से प्रसारण मंत्रालय की खासी किरकिरी हो गई थी।

मारन की ही कंपनी काल केबल्स का लाइसेंस इसलिए रद्द किया गया था क्योंकि गृह मंत्रालय ने सिक्यॉरिटी क्लीयरेंस नहीं दिया था। उस दौरान, मारन के खिलाफ एक मामले को लेकर सीबीआई जांच चल रही थी। अब जेटली के मंत्रालय ने कहा है कि तब और अब के मामले अलग हैं और दोनों को जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

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