राष्ट्रीय (14/05/2015) 
क्रिकेट सट्टेबाजी में हर साल 3 लाख करोड़ रूपए का कालाधन

नई दिल्ली । एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि काले धन के उत्पादन के पीछे क्रिकेट पर लगने वाला सट्टा सबसे बड़ी वजह है। एक अकाउंट के मुताबिक क्रिकेट में हर साल तीन लाख करोड़ रूपए से ज्यादा का कालाधन सट्टेबाजी में इस्तेमाल होता है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से काले धन को लेकर गठित एसआईटी ने क्रिकेट में सट्टेबाजी को लेकर चिंता जताई है। साथ ही इस पर लगाम लगाने की बात भी कही है।

सुप्रीम कोर्ट को दी गई रिपोर्ट में एसआईटी ने फ्रांस से मिले एचएसबीसी बैंक के 624 अकाउंट्स के बारें अभी तक हुई जांच का विस्तृत ब्योरा दिया है। रिपोर्ट में एसआईटी ने कहा कि, 624 में से 422 मामले भारत में रहने वालों लोगों के हैं। इनमें 403 मामलों में कार्रवाई की जरूरत है, जबकि 422 अकाउंट्स में 202 में कोई पैसा नहीं है और बाकी के 220 खातों में 4,526 करोड़ रूपए हैं।

वहीं वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने शीर्ष कोर्ट के समक्ष दलील दी कि सरकार ने काला धन वापस लाने के अपने वायदे पर अभी तक अमल नहीं किया है। उन्होंने दलील दी कि सरकार विदेशी बैंकों में जमा काले धन का एक पैसा भी अभी तक वापस नहीं ला सकी है। उन्होंने मोदी सरकार पर देश के साथ जान बूझकर धोखा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, यह सरकार कभी भी काला धन वापस नहीं ला पाएगी।

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