राष्ट्रीय (14/05/2015) 
खुदाई के वक्त मिले 77 ऐतिहासिक चांदी के सिक्के
वीरान हवेली के साथ की जा रही थी खुदाई
चर्चा होने के बाद किसान ने पुलिस को सुपुर्द किए सिक्के
मामले की जांच में जुटी पुलिस
रेवाड़ी । 1984 में हुए सिक्ख के कत्लेआम के बाद रेवाड़ी जिले के गांव चिल्हड़ (हौद) एक बार फिर उस समय सुर्खियों में आ गया जब एक किसान द्वारा गांव में खंडहर हवेली के पास खुदाई के वक्त 77 ऐतिहासिक चांद के सिक्के मिले। किसान इन सिक्कों को बजाय पुलिस को देने के अपने घर ले गया। मगर खुदाई कर रहे जेसीबी मशीन के चालक ने जैसे ही इसकी सूचना पुलिस को दी तो किसान ने ये सिक्के पुलिस को सुपुर्द कर दिए। अब खुदाई के स्थान पर देखने वालों का भारी जमावड़ा लगा हुआ है। यही नहीं खुदाई के बाद खेत से जो मिट्टी निकाली गई उसमें भी ग्रामीणों को सिक्के मिलने की बातें सामने आ रही है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
गुडग़ांव जिले के गांव नाथूपुर का रहने वाला लेखराम हौद गांव में जमीन खरीदी हुई है। दो दिन पहले जेसीबी लगाकर वह वीरान हवेली के समीप खाली जमीन से मिट्टी उठाने का काम कर रही था कि अचानक खंदाई के वक्त उसे एक बतर्न बरामद हुआ, जिसमें अंग्रेजों के जमाने के चांदी के सिक्के भरे हुए मिले। लेखराम बजाय पुलिस को इसकी सूचना देने के उन सिक्कों को अपने साथ घर ले गया। मगर जेसीबी चालक को यह बात रास नहीं आई और उसने इसकी सूचना ग्रामीणों व पुलिस को दे दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने लेखराम से पूछताछ की और 77 चांदी के सिक्के बरामद कर लिए। मगर बताया जा रहा है कि ग्रामीणों को भी मिट्टी से सिक्के बरामद हुए थे, लेकिन पुलिस को अभी इस मामले में कोई खबर नहीं है और न ही किसान द्वारा इस जमीन की खुदाई को लेकर परमिशन ली गई थी।
हम आपको बता दें कि यह गांव 1984 के दंगों के बाद से ही सुर्खियों में रहा है। इस गांव के दो दर्जन ये अधिक लोगों का कत्लेआम कर दिया गया था। उसी के बाद से ये हवेली वीरान पड़ी हुई है। कुछ दिनों पूर्व ही यह गांव सुर्खियों में आया तो कई सिख संगठनों ने इस गांव का दौरा किया तथा एक गुरूद्वारे का झंडा भी यहां लगाया गया था।
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