रतलाम । रतलाम जिले के ग्राम नेगरून में उज्जैन जिले के
ग्राम बेरछा से आई दलित की बारात पर रविवार रात दबंगों ने पथराव कर दिया। इसमें
अतिरिक्त तहसीलदार केएल जैन सहित 5 बाराती घायल हो गए। इसके बाद पुलिस के साये में
दूल्ह पवन को हेलमेट पहनाकर बारात निकाली गई। पुलिस ने 10-12 लोगों को हिरासत में
लिया है। जिले की ताल तहसील के ग्राम नेगरून में रविवार रात करीब 8.15
बजे एक दलित युवक की घोड़ी पर बैठकर बारात निकलने के दौरान गांव के दबंग लोगों ने
पथराव कर दिया। इससे अतिरिक्त तहसीलदार केएल जैन, दुल्हन के ताऊ और
तीन बाराती घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दूल्हेन को हेलमेट
पहनाकर बारात आगे बढ़वाई। उधर दुल्हन के परिजनों का आरोप है कि दुल्हन के घर पर भी
पथराव किया गया। पुलिस ने 10-12 लोगों को हिरासत में लिया है। घटना से गांव में
तनाव की स्थिति बन गई। गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है। इससे गांव छावनी के
रूप में तब्दील हो गया। जानकारी के अनुसार ग्राम बेरछा थाना नागदा (उज्जैन) से नेगड़दा
निवासी पूरालाल परिहार की बेटी आशा की शादी के लिए रविवार को बारात आई। रात करीब
8.30 बजे पंचायत भवन के पास दूल्हा पवन घोड़ी पर बैठा और डीजे साउंड के साथ बारात
शुरू हुई। एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ बारात कुछ कदम ही चली थी कि
आसपास के घरों से बारात पर पथराव शुरू हो गया। इससे बारात में भगदड़ की स्थिति बन
गई। पत्थर लगने से अतिरिक्त तहसीलदार केएल जैन, दुल्हन के ताऊ
प्रभुलाल पिता पदमजी निवासी ग्राम जमुनिया शंकर, बाराती बाबूलाल
पिता रतनलाल निवासी ग्राम बेरछा, भेरूलाल पिता मांगू निवासी खारवाकला व
बद्रीलाल पिता नंदाजी निवासी ग्राम निपानियालीला पत्थर लगने से घायल हो गए। पुलिस ने पथराव करने वालों को खदेड़ने के लिए इधर-उधर दौड़ लगाई
और कुछ घरों में पहुंचकर 10-12 लोगों को हिरासत में लेकर बाहर निकाला। बाद में
आसपास के क्षेत्रों से भारी संख्या में पुलिस बल गांव पहुंचा। गांव में जगह-जगह
पुलिसकर्मी तैनात किए और फिर बारात पुनः शुरू हुई। उधर दुल्हन के घर भी पुलिस बल तैनात किया गया। रात करीब 11
बजे बारात दुल्हन के घर पहुंची और दूल्हे ने तोरण मारी। इसके बाद पुलिस के साए में
शादी की अन्य रस्में चली। आलोट के एसडीओपी आरआर बंसल, एसडीएम आरके नागराज, ताल के तहसीलदार
राजेंद्र लुहाड़िया,
थाना प्रभारी सुरेश बलराज आदि स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। |