राष्ट्रीय (10/05/2015) 
हरियाणा शिक्षा बोर्ड के ख़राब परिणाम पर शिक्षको को चेतावनी

हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा  ने कहा कि राज्य के जिन अध्यापकों द्वारा पढ़ाए गए बच्चों का परिणाम 50 प्रतिशत से कम आया है, उनको स्थिति सुधारने के लिए चेतावनी दी जाएगी।  शिक्षा मंत्री ने खुलासा किया कि आगामी 13 मई को शिक्षा विभाग की एक टीम हरिद्वार का दौरा करेगी और अध्ययन के बाद सिफारिश करेगी कि प्रदेश में स्कूली किताबों में आध्यात्मिक तौर पर क्या परिवर्तन किए जा सकते हैं।

यह जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अतिथि अध्यापक, लैब अटैंडेंट व कंप्यूटर टीचरों के मामले में पिछली सरकार ने कई विसंगतियां बरती। उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 व 2013 में हुई शिक्षक भर्तियों में भर्ती हुए लोगों के अंगूठे नहीं मिलते हैं। प्रमाण पत्र व अनुभव प्रमाण पत्र भी फर्जी हैं। यहीं नहीं कागजातों में दर्शाए गए विश्वविद्यालयों को कही कोई पता नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी वगोँर् की परेशानियों को ध्यान में रखकर सरकार अदालत के दिशा-निर्देशों के अनुसार भलाई का रास्ता निकालने का काम कर रही है। 

रोहतक में उन्होंने कहा कि प्रदेश में जुलाई व अगस्त माह में स्कूली बच्चों के लिए विशेष कोचिंग का इंतजाम किया जाएगा, जिसके दौरान परीक्षाओं में कम्पार्टमेंट आए लगभग 22 प्रतिशत बच्चों को कोचिंग देकर सितम्बर माह में होने वाली परीक्षा के लिए तैयार किया जाएगा।

        उन्होंने कहा कि सरकार ने पूरी पारदर्शिता के साथ स्कूलों के वास्तविक परिणाम को जनता के सामने रखा है। इससे पहले की सरकारों ने वास्तविक रिजल्ट को छिपाकर ग्रेस दी, जिसके कारण स्कूलों का रिजल्ट बढ़ जाता था। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गुणवत्तापरक शिक्षा से कोई समझौता नहीं कर रही है और वास्तविक परिणाम ही घोषित किया गया है।

शिक्षामंत्री ने कहा कि परिणामों में 22 प्रतिशत बच्चे ऐसे हैं, जिनको कम्पार्टमेंट मिला है। ऐसे बच्चों के लिए राज्य सरकार जुलाई व अगस्त माह में विशेष कोचिंग की व्यवस्था करेगी और कोशिश रहेगी कि इन बच्चों की तैयारी करवाकर सितम्बर माह में होने वाली परीक्षाओं में शत-प्रतिशत परिणाम आएं। उन्होंने कहा कि 2016 में आने वाला रिजल्ट उनकी सरकार की जिम्मेदारी होगी और बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान कर इसे बेहतर किया जाएगा।

Copyright @ 2019.