राष्ट्रीय (06/05/2015) 
एड्स को जड़ से मिटाने की जगी उम्मीद

मुंबई । चिकित्सा जगत के लिए चुनौती बने एड्स को जड़ से उखाड़ने की उम्मीद बंधी है। शोधकर्ताओं ने एचआईवी वायरस का सुरक्षा कवच तोड़ने और प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित कोशिकाओं को मारने के लिए प्रेरित करने वाले अणु का पता लगाया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस नई खोज से एचआईवी वायरस के प्रसार को रोकने के लिए वैक्सीन बनाने का रास्ता मिल सकता है।

इतना ही नहीं इस नई खोज से एड्स को जड़ से उखाड़ना भी संभव हो सकता है। अभी उपलब्ध इलाज के बावजूद दुनियाभर में 3.5 करोड़ लोग एचआईवी-1 वायरस से प्रभावित हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ मांट्रियल के प्रोफेसर एंड्रेस फिंजी ने कहा, हमने पाया है कि एचआईवी-1 से पीड़ित लोगों में प्राकृतिक तौर पर प्रभावित कोशिकाओं को मारने में सक्षम एंटीबॉडी होते हैं। हमें केवल उन एंटीबॉडी को एक छोटे अणु से ताकत देने की जरूरत है। यह अणु वायरस को एंटीबॉडी के क्षेत्र में खोलने का काम करता है। यह क्रिया वायरस पर हमले के लिए कोशिकाओं और प्रतिरक्षा प्रणाली के बीच पुल का काम करती है।

पहले के एक अध्ययन में इन्हीं शोधकर्ताओं ने एचआईवी वायरस के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम करने वाले दो प्रोटीनों की खोज की थी। जीन में बदलाव के जरिए इन प्रोटीनों को हटाने से वायरस खत्म हो जाता है। नए प्रयोग में छोटे अणु के जरिये इन्हीं प्रोटीनों को लक्ष्य किया गया है।

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