राष्ट्रीय (04/05/2015) 
पत्रकारों ने दिया सीएम को 72 घंटे का समय
लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहने वाली मीडिया को कमज़ोर करने की चाल चली जा रही है। हाल ही का मामला दिल्ली का है। दिल्ली में 2 पत्रकार एक राजपुरा रोड़ में स्थित सरकारी स्कूल में विक्लांग बच्चों के उपर स्टोरी करने पहुंचे तो स्कूल के एक अध्यापक ने उनके साथ बदसलुकी की साथ ही साथ गाली गलौच और धमकी दी कि तुम जैसे पत्रकार 36 आते हैं। और उन पत्रकारों का विसीटिंग कार्ड उनके मुंह पर मारा।
उन पत्रकारों ने जब इसकी शिकायत दिल्ली के शिक्षा मंत्री व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दी तो उन्होंने पत्रकारों पर ही इल्ज़ाम लगा दिया। उन्होंने कहा कि मैं किसी को विजिटिंग कार्ड फैंकने के लिए नहीं रोक सकता। मनीष सिसोदिया और अध्यापक के इस रवैए के कारण  पत्रकारों का संगठन सोमवार सुबह 10 बजे सीएम अरविंद केजरीवाल के सिविल लाइंस आवास के बाहर धरने पर बैठ गया। पत्रकारों के संगठन का प्रतिमंडल सीएम आवास में गया और सीएम के नाम पर ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में पत्रकारों ने कहा कि अगर 72 घंटों के अंदर उस अध्यापक को बर्खास्त नहीं किया जाता तो पत्रकार भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
दिल्ली सरकार शुरू से ही मीडिया के खिलाफ चल रही है। कभी उनके एक मंत्री पत्रकारों को दलाल कहते हैं तो कभी मीडिया की एंट्री पर ही बैन कर देते हैं। लेकिन इन्हें भूलना नहीं चाहिए जिनके  बदौलत केजरीवाल सीएम की गद्दी पर बैठे हैं ये वो ही मीडिया है जिसने दिन रात काली करके उनकी कवरेज की थी।
अली अब्बास नक़वी
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