राष्ट्रीय (28/04/2015) 
गेंहू के रख रखाव की नहीं कोई व्यवस्था, मंडी में रात भर बारिश में भीगा
यमुनानगर में जमकर बरसात हुई और कही कही ओले भी पडे लेकिन इस बार किसानों को खेत में नही बल्कि मंडियों में कुदरत की मार पडी है दरअस्ल किसानो का पीला सोना मंडियों में पडा था लेकिन रख रखाव सही न होने के कारण रात भर गेंहू बरसात में भीगता रहा,
एक मौसम विभाग ने तीन दिन की बरसात तो बताई लेकिन उसके बावजूद मंडी अधिकारी अपनी नींद से नही जागे लिहाजा किसानों के जले पर एक बार फिर से नमक रगडने वाली बात सामने आई इस बार हुई बरसात के चलते किसान पहले से ही कुदरत की मार से तो परेशान था ही लेकिन अब जब खेतों से गेंहू को काट कर उसे मंडियो में लाया गया है तो यहा पर रख रखाव सही न होने के कारण इस बार भी किसान को कुदरत का कहर झेलना पड रहा है हालाकि इससे पहले भी बरसात हुई थी लेकिन तब भी किसानों का पीला सोना बरसात की भेंट चढा था लेकिन उससे भी मंडी अधिकारियो ने सबक नही लिया लिहाजा अब जब दुबारा बरसात आई तो हजारों क्विंटल गेंहू बरसात की भेंट चढ गया,
हमने जब रात के समय मंडी का बरसात के दौरान दौरा किया तो पानी के तलाब के बीच में गेंहू पूरी तरह से भीग रहा था लेकिन उसे देखने वाला भी कोई नही था हालाकि तेज बरसात के चलते गेंहू की बोरिया एक दो नही बल्कि सैकडों बोरिया ही पानी में पडी थी और उपर से तेज बरसात थमने का नाम नही ले रही थी ऐसे में किसानों को बार बार पडने वाली कुदरत की मार के आगे किसान सही में बेबस नजर आ रहा है
वही मीडिया के अनाजमंडी में आने की सुचना मिलने पर मंडी सुपरवाइज़र भी मोके पर पहुंचे और बोले की हमने तो सभी को पहले ही लिखित में मौमस विभाग का हवाला देते हुए इंतजाम करने के आदेश दिए थे लेकिन कई लोगो ने इंतजाम नहीं किया ,
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