राष्ट्रीय (28/04/2015) 
गजेन्द्र सिंह की मौत हादसा-दिल्ली पुलिस
नई दिल्ली :- आम आदमी पार्टी की भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ हुई रैली में खुदखुशी करने वाले किसान की मौत को दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट में महज एक हादसा बताया गया है,
किसान गजेंद्र सिंह मामले में दिल्ली पुलिस ने एक रिपोर्ट सौंपी है जिसमें कहा गया है कि गजेंद्र की मौत एक हादसा थी. उसका इरादा खुदकुशी करने का नहीं था. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस ने जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपा है जिसमें इस बात का उल्लेख किया गया है कि यह घटना मात्र एक हादसा थी. फॉरेंसिक जानकारों की माने तो गजेंद्र की मौत दम घुटने से हुई है. दिल्ली पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में दिल्ली सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों को भी घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चाणक्यपुरी के एसडीएम अस्पताल और मुर्दाघर पहुंचे थे और कहा था कि उन्हें दिल्ली सरकार ने मजिस्टेरियल पूछताछ के लिए अधिकृत किया है. उन्होंने कहा कि शव का तुरंत पोस्टमॉर्टम होना चाहिए और शव को मुर्दाघर में रखना चाहिए. रिपोर्ट के मुताबिक 'स्थानीय पुलिस ने जब उनसे इस बारे में आधिकारिक आदेश दिखाने को कहा गया तो वह नहीं दिखा पाए.'
आपको बता दें कि रिपोर्ट में गजेंद्र की मौत के मामले में साजिश होने से इंकार किया गया है. ज्ञात हो कि  22 अप्रैल को जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी की किसान रैली के दौरान गजेंद्र ने एक पेड़ पर फांसी लगा ली थी. सीएम केजरीवाल के निर्देश पर नई दिल्ली जिलाधिकारी संजीव कुमार ने दिल्ली पुलिस से तथ्यात्मक जानकारी मांगी थी. सूत्रों के मुताबिक देर शाम पुलिस द्वारा जिलाधिकारी को भेजे जवाब में प्राथमिक जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर बताया गया है कि गजेंद्र की मौत दम घुटने से हुई. हालांकि पुलिस ने यह जरूर माना है कि रैली में भीड़ ने गजेंद्र को आत्महत्या के लिए उकसाया था. जिलाधिकारी ने रिपोर्ट पर असंतोष जताया है.
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