राष्ट्रीय (25/04/2015) 
दादरी में बदस्तूर जारी सरसों का अवैध कारोबार
विभागिय कर्मचारियों के साथ सांठ-गांठ कर सरकार को लगाया जा रहा लाखों का चूना
चरखी दादरी:- पिछले काफी वर्षों से दादरी में तेल मिल मालिकों द्वारा किसानों से सीधे सरसों की फसल खरीद का अवैध कारोबार जारी है। किसानों से सीधे फसल की खरीद के माध्यम से मिल मालिकों द्वारा मार्केट फीस की चोरी कर सरकार को भारी चूना लगाया जा रहा है। शुक्रवार को मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने दादरी व लोहारू के एसडीएम के नेतृत्व में सरसों के अवैध कारोबार की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए दादरी की करीब आधा दर्जन मिलों में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने कुछ मिलों के रजिस्टरों को अपने कब्जे में लिया तो कुछ मिल मालिकों की पैरवी करते हुए विभागिय कर्मचारियों ने ही स्टाक रजिस्टर अगले दिन दिखाने की बात अधिकारियों को कही। जिसके बाद उन मिलों के स्टाक रजिस्टर जब्त करना तो दूर, रजिस्टर जांचे बिना ही जांच टीम वहां से चली गई।
कहने को तो प्रदेश सरकार प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की बड़ी बड़ी डींगे हांक रही हो, लेकिन सरकारी अमले में छोटे से लेकर बड़े स्तर तक भ्रष्टाचार अपनी जड़े जमाए बैठा है। इसी बात का एक ताजा उदाहरण चरखी दादरी में देखने को मिला। दरअसल चरखी दादरी में पिछले काफी समय से तेल मिल मालिकों द्वारा अवैध रूप से किसानों से सीधे सरसों की फसल खरीद का कारोबार चल रहा है। जिससे मिल मालिकों द्वारा मार्केट कमेटी के अधिकारियों से सांठ-गांठ करके मार्केट फीस की चोरी कर सरकार को भारी चूना लगाया जा रहा है।
कायदे के अनुसार तेल मिल मालिक सीधी सरसों की खरीद नहीं कर सकते। मिल मालिकों को अनाज मंडी से खुली बोली में सरसों की खरीद करनी होती है। लेकिन पिछले लम्बे समय से अनाज मंडी के आढ़तियों की शिकायतें रही हैं कि तेल मिल मालिक किसानों से सीधी खरीद करते है। जिससे सरकार को राजस्व व मार्केट फीस का भारी खामियाजा उठाना पड़ता है।
ऐेसे में आढ़तियों व अन्य लोगों की शिकायत पर बीती देर सांय दादरी एसडीएम, लोहारू एसडीएम के नेतृत्व में मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने दादरी की करीब आधा दर्जन मिलों पर एक साथ छापा मारा। अचानक लगे छापों से मिल मालिकों में हडक़ंप मच गया। वहीं, मिल मालिकों द्वारा मिल में खड़े सरसों से भरे ट्रैक्टरों को भी खदेडऩे का प्रयास किया गया। वहीं, टीम को देखते ही मिल मालिक स्टॉक रजिस्टरों को पूरा करने में भी जुट गए।
दादरी की मां संतोषी ऑयल मिल, श्री बाला जी ऑयल मिल, ओपी कॉटन मिल, श्री कृष्णा ऑयल मिल में जांच के दौरान सरसों की फसल का भारी स्टॉक पाया गया। सवालिया निशान तब खड़ा हुआ जब टीम के सदस्यों ने कुछ मिलों में से तो स्टॉक रजिस्टर इत्यादि को अपने कब्जे में ले लिया, तो कुछ मिल मालिकों ने अपना स्टॉक रजिस्टर तक अधिकारियों के सामने पेश नहीं किया।
हैरानी की बात तो यह हैं कि खुद विभागिय कर्मचारी तेल मिल मालिकों के स्टॉक रजिस्टर एक दिन बाद पेश करने की पैरवी करते नजर आए। ऐसे में यह तो साफ ही हैं कि सरसों का यह अवैध कारोबार बिना विभागिय अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत के नहीं चल रहा है।
दादरी एसडीएम बिजेन्द्र हुड्डा ने बताया कि लगातार मिल रही शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए आज यह छापेमारी की गई है। उन्होनें कहा कि कुछ मिलों के स्टॉक रजिस्टर कब्जे में ले लिए गए हैं, जिनका मिलान वास्तिवक स्टॉक से किया जाएगा। एसडीएम बिजेन््रद हुड्डा ने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
भले ही सरकार प्रदेश को पूरी तरह भ्रष्टाचार मुक्त करने का दम भर रही हो, लेकिन जब तक भ्रष्टाचारी अधिकारियों व कर्मचारियों पर नकेल नहीं कसी जाएगी, तब तक यह बातें महज कागजी नजर आऐंगी।
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