राष्ट्रीय (25/04/2015) 
बी.एस.एफ. द्वारा आयोजित 63 वीं 'अखिल भारतीय पुलिस जलक्रीड़ा एवं क्राॅस कन्ट्री चैम्पियनशिप' का भव्य समापन
नई दिल्ली - शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल के छावला स्थित सुरम्य एवम् मनोहारी परिसर के प्रांगण में अवस्थित 'द्रोणाचार्य तरण-ताल' पर मुख्य अतिथि हरिभाई परथीभाई चौधरी, माननीय गृह राज्य मंत्री, भारत सरकार एवम् देवेन्द्र कुमार पाठक, भारतीय पुलिस सेवा, महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल सहित देश के विभिन्न राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशो एवम् केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में सीमा सुरक्षा बल (बी.एस.एफ.) द्वारा आयोजित  63 वीं 'अखिल भारतीय पुलिस जलक्रीड़ा एवम् क्राॅस कन्ट्री चैम्पियनशिप' का भव्य समापन संपन्न हुआ।
विदित हो कि 20 से 24 अप्रैल 2015 तक, यानि कि निरंतर पाँच दिनों तक चली यह चैम्पियनशिप, जिसमें देश के भिन्न-भिन्न राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशो, व राष्ट्र के केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की टीमों को मिलाकर कुल 24 टीमों तथा करीब 700 खिलाडि़यों ने भाग लिया, सीमा सुरक्षा बल के छावला स्थित सुरम्य एवम् मनोहारी परिसर के 'द्रोणाचार्य तरण-ताल'पर आयोजित की गई।
पुलिस बलों के लिये अत्यंत ही महत्त्वपूर्ण और प्रितिष्ठित मानी जाने वाली इस चैम्पियनशिप के समापन अवसर पर माननीय मुख्य अतिथि महोदय हरिभाई परथीभाई चैधरी, माननीय गृह राज्य मंत्री, भारत सरकार के सम्मान में सभी प्रतिभागी टीमों ने उत्कृष्ट मार्चपास्ट चैम्पियनशिप के समापन के उपलक्ष्य में आयोजित एक भव्य, किन्तु अत्यंत ही गरिमामय एवम् शालीन समारोह, जिसमें सीमा प्रहरियों द्वारा प्रस्तुत लुभावने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी शामिल थे, में फाइनल के विजेताओं को ट्राॅफियों तथा पदकों के वितरण के पश्चात अपने संबोधन भाषण में माननीय मुख्यातिथि महोदय ने इस चैम्पियनशिप के सफल आयोजन हेतु महानिदेशक सीमा सुरक्षा बल की प्रशंसा करते हुए इस प्रतियोगिता के दौरान सभी खिलाडि़यों द्वारा प्रस्तुत श्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ-साथ उनके सभ्य एवम् कुलीन आचरण की जमकर सराहना की। 
महोदय ने खिलाडि़यों के सुखद एवम् उज्जवल भविष्य की कामना भी की, समारोह का समापन माननीय मुख्यातिथि महोदय द्वारा 'अखिल भारतीय पुलिस जलक्रीड़ा एवम् क्राॅस कन्ट्री चैम्पियनशिप के समापन' की आधिकारिक उद्घोषणा के साथ संपन्न हुआ। 
जिन 24 टीमों ने इस चैम्पियनशिप में भाग लिया, उनके नाम आन्ध्र प्रदेष पुलिस, असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल, छत्तीसगढ़पुलिस,चंडीगढ़़ पुलिस, सी.आर.पी.एफ ,सी.आई.एस.एफ, गुजरात पुलिस, जम्मू और कश्मीर पुलिस, झारखण्ड पुलिस ,केरल पुलिस , महाराष्ट्र पुलिस, उड़ीसा पुलिस , पंजाब पुलिस, राजस्थान पुलिस , आर.पी.एफ., तमिलनाडू पुलिस, तेलंगाना पुलिस, त्रिपुरा पुलिस , उत्तर प्रदेश पुलिस, उत्तराखण्ड पुलिस, हरियाणा पुलिस, मघ्य प्रदेश पुलिस , आई.टी.बी.पी |
चाहे युद्व का मैदान हो या फिर खेल का मैदान, दोनों ही क्षेत्रों में, सीमा सुरक्षा बल अपनी जांबाजियों और सफलताओं की वजह से सदैव ही सुर्खियों में रहा है। इस बल में खेलों के प्रति एक स्वस्थ वातावरण रहा है, जो इस बल के कार्मिकों व अधिकारियों को खेलों में उत्कृष्ट तो बनाता ही है, इसके अतिरिक्त अधिकारियों और जवानों के बीच आपसी सहयोग और प्रभावी संवाद को भी बनाए रखता है।
यही वजह है कि यह बल अपने गठन के प्रारम्भिक वर्षो से लेकर आज तक खेलों के क्षेत्र में नये कीर्तिमान रचता रहा है और इसके अनेक खिलाड़ी अपनी असाधारण खेल प्रतिभा के दम पर पदमश्री और अर्जुन नेशनल एडवेन्चर इत्यादि सम्मानों और पुरस्कारों से सम्मानित हो बल की शोभा बढ़ा रहे हैं।
Copyright @ 2019.