नई दिल्ली । किसान गजेन्द्र सिंह की दिल्ली में
आत्महत्या मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को लोकसभा में बयान
दिया। उन्होंने कहाकि कल की घटना से पूरा देश पीड़ा में है। इंसान की जिंदगी से बड़ा
कुछ नहीं। किसानों को असहाय नहीं छोड़ा जा सकता। इस समस्या का समाधान ढूंढ़ने के लिए
दृढ़ संकल्पित होना चाहिए। यह समस्या कई सालों से हैं और हम सबसे सुझाव लेने को
तैयार है। कई सारी पार्टियां हैं लेकिन यह एक विशाल देश है। हमें एक साथ काम करने
की जरूरत है। इससे पहले प्रधानमंत्री के बयान की मांग को लेकर लोकसभा और
राज्यसभा में काफी हंगामा हुआ। राज्यसभा में तो दो बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
वहीं लोकसभा में भी कांग्रेस सांसद दीपेन्दर सिंह हुड्डा और तृणमूल सांसद सौगत राय
ने संसद में पीएम के बयान की मांग की थी। गजेन्द्र सिंह की मौत को लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि
दिल्ली पुलिस ने घटना को रोकने का प्रयास किया। जब गजेन्द्र सिंह पेड़ पर चढ़े हुए
थे तो नीचे मौजूद भीड़ ताली बजा रही थी। पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका था। जब
कोई व्यक्ति ऐसा 'एक्सट्रीम' कदम उठा रहा हो तो
उसे बचाने के लिए सावधानीपूर्वक कदम उठाने पड़ते हैं। |