राष्ट्रीय (23/04/2015) 
433 पाक जायरीन का जत्था पहुंचा अजमेर

दो पाक दूतावास अधिकारी भी है शामिल
अजमेर(कलसी)। सूफी संत ख्वाजा मोर्इनुददीन हसन चिश्ती के 803 वें सालाना उर्स में भाग लेने के लिये पाकिस्तान के 433 सदस्यीय दल आज विशेष रेल से अजमेर पहुचें। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन पर कडी सुरक्षा के बीच यहां आये पाक जायरीनों का स्वागत किया और उन्हें गल्र्स महाविधालय में ले जाया गया।

प्रशासन के अनुसार पाकिस्तान से आये जायरीनों में 431 जायरीन और दो पाक दूतावास के अधिकारी शामिल है। दो साल के अंतराल के बाद आज यहां पहुचें पाकिस्तानी जायरीनों को कडी सुरक्षा में रखा गया है।  भारतीय नागरिक सरबजीत की पाकिस्तान में हुयी हत्या और भारतीय सैनिकों के सिर काट कर ले जाने के कारण उपजे नागरिकों में रोष के कारण पाक जायरीन का जत्था दो साल से यहां उर्स में भाग लेने नही आया था। निर्धारित कार्यक्रमानुसार पाकितानी जायरीनों का जत्था 26 अप्रेल तक यहां रहेगा ।

पाक जायरीन जत्थे में आये एक जायरीन ने अपने सर पर बड़ी पगड़ी रख रखी थी। इस बारे में जब उस जायरीन से पूछा तो उनका कहना था कि यह पगड़ी पाकिस्तान की आवाम की और से आई है। यह पगड़ी ख़्वाजा की मजार पर पेश कर दोनों मुल्कों में अमन, चैन और भाईचारे का सन्देश देगी।

दोनों देशो में तकरार और भारी विरोध के बीच पाक जायरिनो का 801 व 802 वे उर्स में सुरक्षा को देखते हुए वीजा स्थगित कर दिया गया था ! पहले सरबजीत की मौत और फिर सीमा पर सैनिको के सिर काटे जाने पर पाकिस्तान सरकार का हिंदुस्तान में काफी विरोध हुआ था ! अब यह यात्रा फिर शुरू हुई है तो देखना यह है कि मोदि सरकार पाकिस्तान से कितने अच्छे रिश्ते बनाकर रखती है।


फोटो: किशोर सोलंकी 
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