(13/09/2016) 
दिल्ली के तीनो निगमों ने स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द की
दिल्ली के तीनों नगर निगमों के वरिष्ठ निर्वाचित पदाधिकारियों ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में आज दिल्ली सरकार के इस आरोप का जोरदार खंडन किया कि निगम फॉगिंग कराने में नाकाम रहे हैं। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के सदन के नेता सुभाष आर्य ने बाकी दो निगमों के वरिष्ठ निर्वाचित पदाधिकारियों के साथ इस आरोप को पूरी तरह निराधार बताया।

आर्य ने कहा कि 10 सितम्बर 2016 तक कुल 15,09,238 घरों में छिड़काव किया गया है और कुल मिलाकर 2,93,36,318 बार मच्छर की प्रजनन की घरों में जाँच की गयी। 1,21,524 घरों में प्रजनन पाया गया। 95,240 कानूनी नोटिस जारी किये गये और 10,508 मुकदमे शुरू किये गये। कुल मिलाकर 7,500 फिल्ड वर्कर और 900 निरीक्षक तैनात किये गये हैं। 15 लाख से अधिक घरों में छिड़काव को देखते हुए यह मानना संभव नहीं है कि दिल्ली में फॉगिंग या दवाओं का छिड़काव नहीं किया गया। ये आकड़े दिल्ली सरकार के झूठे आरोप का पर्दाफाश करते हैं।  आर्य के साथ दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष  शैलेन्द्र सिंह मोंटी; उत्तरी दि.न.नि. के उपमहापौर  ताराचंद बंसल, स्थायी समिति के अध्यक्ष प्रवेश वाही; इसी निगम में सदन के नेता  वी.पी. पांडे; पूर्वी दि.न.नि. की महापौर सु सत्या शर्मा तथा स्थायी समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र चैधरी संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थीं।

       आर्य ने कहा कि निगम का काम बचाव का है लेकिन इसके आगे उपचार की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की बनती है। उन्होंने कहा कि तीनों निगमों ने बचाव के पर्याप्त इंतजाम कर रखे हैं। हर वार्ड में कम से कम चार फाॅगिंग मशीन उपलब्ध करायी गयी हैं। दक्षिणी निगम में नौ टीफा मशीनों से फाॅगिंग की जा रही है जबकि फाॅगिंग की सधारण मशीनें 482 हैं। इसके अलावा पीठ पर रखकर छिड़काव करने वाली मशीनों की संख्या 1246, गणेश पंप 394 और चार पावर स्प्रे टैंकर हैं। इतनी मशीनें फाॅगिंग और दवा छिड़कने के लिए पर्याप्त हैं। उन्होंने यह भी कहा कि द.दि.न.नि. में पिछले साल अब तक 499 के मुकाबले डेंगू के 255 मामले सामने आये हैं। निगम ने डेंगू और चिकनगुनिया बुखार पर काबू पाने के लिए 12 मोबाइल तैनात किये हैं जो सुबह 8:00 बजे से 2:00 बजे तक कार्य कर रही थी, अब इन्हें डबल शिफ्ट में चलाने के निर्देश दिये गये हैं। निगम ने डेंगू और चिकनगुनिया के मुफ्त जाॅच के लिए 33 अस्पतालों और कुछ प्रयोगशालाओं को अधिकार दिया है जहाँ निगम के निर्देशानुसार मुफ्त जॉच की जा रही है। उन्होंने कहा कि निगम ने लोगों को जागरूक बनाने के लिए 700 से अधिक रैलियां कीं। आर.डब्ल्यू.ए. के साथ कार्यशालाएं आयोजित कीं और स्कूलों में ब्रीडिंग की जॉच की जा रही है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे डीबीसी कर्मचारियों को सहयोग दें और उन्हें घर के भीतर और छतों पर जाॅच करने दें। स्थायी समिति के अध्यक्ष  मोंटी ने कहा कि दिल्ली में बड़ी संख्या में मेट्रो के निर्माण स्थल होने से बड़ी संख्या में मच्छरों का प्रजनन हो रहा है। हमने निगम के स्कूलों में जाँच के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों के कई दल बनाये हैं जो स्वयं जाकर जाॅच करवा रहे हैं।

         आर्य ने कहा कि तीनों नगर निगमों ने अपने स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टिया रद्द कर दी हैं। तीनों निगम अपने भरपूर प्रयास कर रहे हैं। स्थिति नियंत्रण में है और दहशत की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली सरकार स्थिति को गंभीर मानती है तो उसे निगमों के साथ विचार-विमर्श करना चाहिए था जबकि हमने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री से मिलने का अनुरोध किया था जिसका कोई उत्तर नहीं मिला। आर्य ने दिल्ली में चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसके 1724 मामलों का पता चला है जिनमें से 1057 की पुष्टि की गयी है। 

        उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सदन के नेता  वी.पी. पांडे ने कहा कि अब तक घरों में एक करोड़  20 लाख से अधिक बार घरों में मच्छरों के प्रजनन की जॉच की गयी है। 450 फॉगिंग मशीनों से और छः टीफा मशीनों से छिड़काव किया जा रहा है। टीफा मशीनों की संख्या अब बढ़ाकर नौ की जा रही है। यह पाया गया है कि ज्यादातर मच्छरों का प्रजनन घरों के भीतर हो रहा है इसलिए सभी निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे जॉचकर्ता को पूरा सहयोग दें।

        पूर्वी दिल्ली नगर निगम की महापौर सत्या शर्मा ने बताया कि पिछली बार अब तक डेंगू के 152 मामलों का पता चला था जबकि इस बार यह संख्या 70 है। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्वी निगम में लगभग 35 हजार घरों में छिड़काव कर दिया है और 15,536 घरों में प्रजनन पाया गया। 16,215 कानूनी नोटिस जारी किये गये जबकि 1436 मुकदमे शुरू किये गये। उन्होंने कहा कि निगम ने जागरूकता बढ़ाने के लिए भी प्रयास तेज कर दिये हैं।

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